पटना
राज्यपाल फागू चौहान ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को निर्देश दिया है कि लंबित परीक्षाएं हर हाल में जून, 2020 तक संपन्न कराएं। शैक्षणिक सत्र और परीक्षा कैलेंडर का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित करें। साथ ही सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में यूजीसी के प्रावधान के अनुरूप शिक्षकों की रोज पांच घंटे और सप्ताह में 40 घंटे की उपस्थिति अनिवार्य रूप से कराएं।
राज्यपाल ने बुधवार को राजभवन में राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की समीक्षा बैठक की और कई निर्देश दिए। राज्यपाल ने कहा है कि परीक्षाएं कदाचारमुक्त होनी चाहिए। बायोमेट्रिक उपस्थिति उपकरणों का सफलतापूर्वक प्रयोग होना चाहिए। विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय नैक की मान्यता प्राप्त करने पर पूरा ध्यान दें। जिन महाविद्यालयों ने नैक मान्यता प्राप्त कर चुके हैं, उन्हें अपनी रैंकिंग में सुधार के लिए प्रयास करना चाहिए। विश्वविद्यालयों में शोध की गतिविधियों को विकसित करें। राज्यपाल ने सभी विश्वविद्यालयों में तत्काल एक आईटी मैनेजर एवं दो प्रोग्रामरों के पदों को सृजित कर उनकी नियुक्ति का निर्देश दिया ताकि डिजीटलीकरण की प्रक्रिया तेज हो सके।
बैठक में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन ने कुलपतियों को कहा कि शिक्षकों के रिक्त पदों की सूची रोस्टर क्लियर करते हुए विभाग को शीघ्र उपलब्ध कराएं ताकि विश्वविद्यालय सेवा आयोग के माध्यम से इनकी नियुक्ति करायी जा सके। गांधी के जीवन-दर्शन पर क्विज प्रतियोगिताराज्यपाल ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के वर्ष में विद्यार्थियों को गांधी के जीवन-दर्शन के प्रति प्रेरित करने के लिए वाद-विवाद एवं क्विज प्रतियोगिता कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि क्विज पहले महाविद्यालय स्तर पर तथा उसके बाद चयनित विद्यार्थियों को आमंत्रित कर अन्तर्विश्वविद्यालय स्तर पर आयोजित कराएं। उन्होंने निर्देश दिया कि जयप्रकाश विश्वविद्यालय, छपरा अन्तर्विश्वविद्यालयीय क्विज प्रतियोगिता तथा बीआरए बिहार विश्वविद्यालय, मुजफ्फरपुर ‘अन्तर्विश्वविद्यालयीय वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन कराएगा। इसी तरह, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय ‘नई शिक्षा नीति पर राष्ट्रीय सेमिनार तथा मुंगेर विश्वविद्यालय ‘राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (28 फरवरी) के अवसर पर राज्य के ग्रामीण एवं प्रतिभावान अन्वेषकों की प्रदर्शनी आयोजित करेगा।
वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय, आरा को उच्च शिक्षा के विकास पर राष्ट्रीय सम्मेलन कराने का दायित्व दिया गया। राज्यपाल ने कौशल-विकास पर भी सेमिनार कराने का निदेश दिया। इस मौके पर शिक्षा के अपर मुख्य सचिव आरके महाजन और राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा आदि भी उपस्थित थे।