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राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर उमा, ऋतंभरा, योगी और जोशी ने जाहिर की खुशी

नई दिल्ली
सुप्रीम कोर्ट की ओर से अयोध्या की 2.77 एकड़ विवादित भूमि पर राम मंदिर निर्माण का आदेश दिए जाने पर आंदोलन से जुड़े नेताओं ने खुशी जाहिर की है। 1990 के दशक में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे उमा भारती, केएन गोविंदाचार्य, मुरली मनोहर जोशी, साध्वी ऋतंभरा समेत संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कोर्ट के फैसले पर खुशी जाहिर की है और जनता से शांति बनाए रखने की भी अपील की है।

उमा भारती ने लालकृष्ण आडवाणी को याद करते हुए कहा कि राम मंदिर आंदोलन उनके योगदान के चलते ही बीजेपी इस मुकाम पर पहुंची है। यही नहीं उन्होंने एक बार फिर से बीजेपी के सत्ता में वापस आने की भी भविष्यवाणी कर दी। उमा भारती ने विश्व हिंदू परिषद के दिवंगत नेता अशोक सिंहल को भी याद किया। संघ परिवार के पूर्व विचारक केएन गोविंदाचार्य ने इस मौके पर राम मंदिर आंदोलन की कामयाबी का श्रेय लालकृष्ण आडवाणी और वीएचपी के पूर्व संरक्षक अशोक सिंहल को दिया।

मैं भी मंदिर आंदोलन की एक गिलहरी थी, कृतार्थ हुआ जीवन: ऋतंभरा
उनके अलावा राम मंदिर आंदोलन के दौरान अपनी प्रखर भाषण शैली के चलते चर्चा में रहीं साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि मैं भी इस मूवमेंट में एक गिलहरी की तरह लगी हुई थी। ऋतंभरा ने कहा, 'इतना बड़ा परिश्रम, इतना बड़ा तप प्रभु राम की कृपा से संभव हो गया है। मैं रामलला को बधाई देती हूं। आज दिल्ली के अंदर न धुंध है, न कोहरा है न किसी तरह कुहासा है। मैं दुनिया भर के रामभक्तों को बधाई देती हूं। मुस्लिम समाज से निवेदन करती हूं कि हमारे प्रभु श्रीराम ही हैं, उनसे जुड़कर ही हमारा कल्याण होगा।'

भागवत बोले, पिछली बातें भुलाकर बनाएं मंदिर
आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने फैसले के कुछ देर बाद ही दिल्ली स्थित संघ कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए कहा कि अब हमें पिछली बातें भुलाकर आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह विधिसम्मत और ‘अंतिम निर्णय’ हुआ है और अब अतीत की बातों को भुलाकर सभी को मिलकर भव्य राममंदिर का निर्माण करना है।

योगी आदित्यनाथ को याद आए गुरु महंत अवैद्यनाथ
इसके अलावा यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर गोरखनाथ पीठ के पूर्व महंत और अपने गुरु अवैद्यनाथ को याद किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए महंत दिग्विजयनाथ और महंत अवेद्यनाथ श्रद्धांजलि दी। महंत अवैद्यनाथ और दिग्विजयनाथ भी राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय थे।

जोशी बोले, एकता-अखंडता का प्रतीक बनेगा मंदिर
देश के पूर्व शिक्षा मंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मुरली मनोहर जोशी ने कहा कि अयोध्या में अब एक भव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाना चाहिए। मंदिर निर्माण में सबका सहयोग हो। यह मंदिर राष्ट्रीय एकता, अखंडता और स्वाभिमान का प्रतीक बने। मुझे खुशी है कि आंदोलन के दौरान मुझे भी बीजेपी के अध्यक्ष नाते काम करने का मौका मिला था।

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