नई दिल्ली
समुद्र के अंदर से दुश्मन के ठिकाने पर परमाणु हमला करने में सक्षम मिसाइल के-4 का डीआरडीओ आज परीक्षण करने वाला है। इस मारक मिसाइल का परीक्षण डीआरडीओ आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम स्थित समुद्र तट से करेगा। 3500 किलोमीटर तक की रेंज में मार करने में सक्षम यह मिसाइल भारतीय सैन्य क्षमता में अप्रत्याशित इजाफा करेगी।
पूरी तरह स्वदेशी है यह मिसाइल
सबमरीन लॉन्चड बलिस्टिक मिसाइल के-4 को पहले अक्टूबर में ही लॉन्च किया जाना था, लेकिन फिर इसे टाल दिया गया। डीआरडीओ की ओर से तैयार की गई यह स्वदेशी मिसाइल अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बियों के लिए तैयार की गई है। इन पनडुब्बियों को भी भारत में ही विकसित किया गया है।
10 मीटर लंबी है मारक मिसाइल
10 मीटर लंबी इस मिसाइल का वजन 20 टन है और यह 3500 किलोमीटर दूरी तक 1 टन पेलोड ले जाने में सक्षम है।
पानी के अंदर से परमाणु मिसाइल फायर करने का परीक्षण करेगा डीआरडीओ
पानी के अंदर से परमाणु मिसाइल फायर करने का परीक्षण करेगा डीआरडीओ
इसके बाद आएगी 5000 km तक मार करने वाली मिसाइल
के-4 मिसाइल को पानी के नीचे बने पॉन्टून से लॉन्च किया जाएगा। भविष्य में यह मिसाइल को अरिंहत क्लास पनडुब्बी से लॉन्च किया जाएगा। इस मिसाइल की लॉन्चिंग के बाद डीआरडीओ 5000 किलोमीटर तक की रेंज वाली के-5 मिसाइल की भी लॉन्चिंग की तैयारी में है।
इसलिए के-4 मिसाइल को किया गया तैयार
के-4 मिसाइल को डीआरडीओ की ओर से एक तरह से अग्नि-3 मिसाइल के अपग्रेडेड वर्जन के तौर पर लॉन्च किया गया है। असल में अग्नि-3 को आईएनएस अरिहंत में इंस्टॉल करने में समस्याएं आई थीं, इसके चलते के-4 को विकसित किया गया।