आजकल वर्किंग पैरंट्स के पास बच्चों को घर पर अकेला छोड़ना मजबूरी बन गई है। कई पैरंट्स ये सोचते हैं कि किस उम्र में वे अपने बच्चों को अकेला छोड़ सकते हैं। इस बारे में लोगों की अलग-अलग राय है लेकिन अब ऑफिशल डेटा आ चुका है। एक सर्वे में बड़ी संख्या में सोशल वर्कर्स ने हिस्सा लिया और नतीजा सामने आया कि बच्चों को 12 साल की उम्र से पहले घर पर अकेला नहीं छोड़ना चाहिए और ड्यूरेशन भी 4 घंटे से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
अमेरिकन अकैडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के मुताबिक, बच्चों को घर पर अकेला छोड़ा जाना उन्हें नेगलेक्ट करने जैसा है खासतौर पर अगर कोई देख-रेख करने वाला न हो या उनक चोट लग जाए।
क्लीनिकल और पीडियाट्रिशन प्रफेसर चार्ल्स का कहना है, इस स्टडी में हिस्सा लेने वाले सोशल वर्कर्स ने बच्चों को घर पर अकेला छोड़ने को चाइल्ड नेगलेक्ट के रूप में लिया खासतौर पर जब बच्चों को चोट लगी थी।
करीब 80 फीसदी सोशल वर्कर्स ने माना कि 8 साल से कम उम्र के बच्चे को घर पर अकेला छोड़ना बच्चे की उपेक्षा है वहीं 50 फीसदी ने माना कि 10 साल तक के बच्चों को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। हालांकि काफी कम मगर कुछ लोग ऐसे भी थे जिन्होंने 12 से 14 साल के बच्चों को भी अकेला छोड़ना भी उपेक्षा है। यह देखना जरूरी है कि अगर बच्चों को बड़ों की देखरेख नहीं मिलती तो यूएस में 40 फीसदी बच्चों को इतनी गंभीर चोटें आती हैं कि उनकी मौत तक हो जाती है।