मुंगेली
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मुंगेली (Mungeli) जिले की उपज मंडी किसानों (Farmers) की परेशानी की मंडी साबित हो रही है. सोयाबीन (Soybean) और दूसरे उपज लेकर किसान मंडी पहुंच रहे हैं, जहां किसानों को उचित दाम नहीं मिल रहा है और लागत से कम में फसल (Corp) ली जा रही है. मौसम की मार से जूझते खेतों में धूप पानी में अपनी कड़ी मेहनत से अन्नदाता जैसे-तैसे फसल उगाता है और खुशी-खुशी अच्छे दाम में बेचने मंडी पहुंते हैं, लेकिन मुंगेली मंडी में किसानों को केवल ठगा जा रहा है.
मुंगेली (Mungeli) के किसानों ने बताया कि सुबह से वे अपनी उपज लेकर मंडी पहुंचते हैं, लेकिन 2-3 बजे तक बोली नहीं लगवाई जाती. फिर शाम रात हो जाती है और किसान (Farmer) औने-पौने दामों में अपनी फसल बेचने में मजबूर हो जाते हैं. इसके अलावा दूसरी बड़ी परेशानी मंडी सचिव और लोकल व्यापारियों की मिलीभगत से बाहर से आये व्यापारियों को बोली नहीं लगाने दी जाती, जिससे लोकल एक दो व्यापारियों को ही अनाज बेचना भी एक मजबूरी है. तीसरी परेशानी किसान यदि जैसे तैसे दुखी मन से अनाज बेच भी देते है तो भुगतान के लिये भटकाया जाता है और फसल नहीं बिकी तो ठंड में अपने अनाज के पास सोकर रात में रखवाली भी खुद करनी पड़ती है.
मंडी पहुंचे किसानों ने बताया कि मंडी अधिकारी किसानों की मदद करने की बजाय मंडी व्यापारियों के भरोसे छोड़कर नदारद हो जाते हैं. ऐसे में हम गरीब किसानों के हक का वाजिब दाम कौन दिलायेगा और कब तक अन्नदाता ऐसे ही ठगे जाते रहेंगे. 56 सौ रुपये में सोयाबीन की बीज लेने वाले किसान अपनी फसल बेचने आ रहे हैं तो 25 सौ रुपये में सोयाबीन बेचने मजबूर किया जाता है. जबकि 4 हजार रुपये किसानों को फसल के लिये वाजिब दाम होना चाहिये. मामले में मुंगेली कलेक्टर डॉ. एसएन भूरे ने कहा कि मामले में शिकायत पर जांच करवाई जाएगी.