ग्वालियर
राजस्व की वसूली नही होने पर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने खुद की ही तनख्वाह रोकने के निर्देश दे डाले। इतना ही नही अपने साथ-साथ कलेक्टर ने सभी राजस्व अधिकारियों की भी सैलरी रोकने के लिए कोषालय अधिकारी को कहा दिया। ऐसा पहली बार हुआ है जब राजस्व वसूली नही होने पर ग्वालियर के किसी कलेक्टर ने अपने मातहतों को आईना दिखाने के लिए खुद का वेतन रूकवाने के निर्देश दिए।
असल में हुआ यूं कि टीएल बैठक के दौरान राजस्व वसूली का मामला सामने आया तो पता चला कि जिले को 66 करोड़ रूपए का टारगेट दिया गया था। इस टारगेट में वसूली सिर्फ 3.79 करोड़ रूपए की हो पाई। इस आंकडे के सामने आने पर कलेक्टर अनुराग चौधरी ने कलेक्टोरेट कोषालय अधिकारी अनिल सक्सेना को खुदके साथ-साथ सभी राजस्व अफसरों का वेतन रोकने के निर्देश दिए। कलेक्टर के इस तेवर को देख बैठक में मौजूद वसूली कर पाने में फेल साबित हुए राजस्व अफसरों के चेहरे की हवाईयां उड़ गई।
जिले में मिलावटखोरों के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत लिए सैंपल की जांच रिपोर्ट भोपाल से आना शुरू हो चुकी है। 610 सैंपल की जांच के दौरान 78 सैंपल में मिलावट की गड़बडी होना पाया गया है। हैरानी की बात ये है कि जांच रिपोर्ट आने के बाद अब तक इनके खिलाफ जुर्माना व अन्य कार्रवाई नही की गई। लिहाजा कलेक्टर ने ऐसे मामलों में फौरन जुर्माना लगाकर उसकी वसूली के साथ-साथ लायसेंस, रजिस्ट्रेशन रद्द कर परिसर सील्ड करने के निर्देश दिए है।