नई दिल्ली
सोमवार को दिल्लीवासियों ने कुछ हद तक राहत की सांस ली. सोमवार को राजधानी के कई इलाकों में वायु की गुणवत्ता जिसे AQI से नापते हैं, 'गंभीर' (AQI 400+) से गिरकर 'खराब' (AQI 151-200) तक आ पहुंची. राजधानी दिल्ली के संकट ने सबको प्रदूषण से जुड़े संकट पर सोचने को मजबूर कर दिया है. हालांकि दिल्ली ही नहीं, उत्तर प्रदेश के भी कुछ शहरों की हालत बेहद खराब है. हवा की खराब गुणवत्ता के मामले में हरियाणा के शहर भी पीछे नहीं हैं.
दिल्ली के अलावा इन शहरों की हवा खराब
इंडिया टुडे की डेटा इंटेलिजेंस यूनिट (DIU) ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों का विश्लेषण किया और पाया कि राजधानी दिल्ली भारत के टॉप टेन प्रदूषित शहरों की सूची से बाहर है. CPCB के आंकड़े बताते हैं की पिछले 24 घंटे में (3 नवंबर शाम 4 से 4 नवंबर शाम 4 बजे तक) हरियाणा के जींद शहर के लोगों ने औसतन सबसे खराब सांसें ली. इस दौरान जींद का औसत AQI 448 रहा.
यूपी के शहरों में वायु गुणवत्ता का बुरा हाल
कुल मिलाकर सोमवार को ऐसे 15 शहर थे जिनका औसत AQI 400 से ज्यादा था. इन पंद्रह शहरों में से 9 तो केवल उत्तर प्रदेश के ही शहर थे और 5 हरियाणा से. इस अध्ययन में दिल्ली को एक शहर के हिसाब से आंका गया था.
सबसे ज्यादा प्रदूषित शहरों में जींद के बाद नंबर था उत्तर प्रदेश के बागपत का, जहां एयर क्वालिटी इंडेक्स 440 रिकॉर्ड किया गया. गाजियाबाद में आंकड़ा 440, हापुड़ में 436, लखनऊ में 435, मुरादाबाद में 434, नोएडा में 430, ग्रेटर नोएडा में 428, कानपुर में 427 दर्ज किया गया. हरियाणा के सिरसा में AQI 426 था.
प्रदूषण के मामले में दिल्ली के आस-पास के शहर भी कई बार दिल्ली को पीछे छोड़ चुके हैं. DIU ने पहले भी रिपोर्ट किया था कि दिवाली से ठीक पहले हफ्ते में उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लोग दिल्ली से ज्यादा जहरीली सांसें ले रहे थे.
केरल के शहर ने किया कमाल
AQI आकलन के 97 शहरों में से केवल चार ही ऐसे शहर थे जहां वायु की गुणवत्ता अच्छी थी यानी कि उन शहरों का AQI 50 या उससे कम था. केरल के कोच्चि शहर के उपनगर एलुरु की हवा सबसे अच्छी थी. एलुरु का AQI 25 था जो देश के शहरों में सबसे कम है. एलुरु के अलावा मुंबई के ठाणे में AQI 45, केरल के तिरुवनंतपुरम में 49 और राजस्थान के कोटा में 50 रिकॉर्ड किया गया था.