कुम्हारी
सडक दुर्घटना के विवाद को लेकर दो दिन पहले कुम्हारी थाना में पथराव करने के मामले में पुलिस ने कांग्रेस नेता कुम्हारी नगरपालिका अध्यक्ष स्वप्निल उपाध्याय समेत २० से ज्यादा लोगों को आज सुबह गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में पुलिस ने ४० लोगों के खिलाफ बलवा का अपराध भी दर्ज किया है।
नगरपालिका अध्यक्ष स्वप्निल उपाध्याय ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा कि इस पूरे प्रकरण में फरार आरोपी पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है बल्कि कार्रवाई की मांग कर रहे कार्यकतार्ओं पर ही कार्रवाई दुर्भाग्यजनक है। आरोपियों में स्वप्निल उपाध्याय के अलावा कांग्रेस पार्षद धनेश पटेल, सर्वेश वर्मा, बीरू पटेल, भूपेंद्र पटेल, तामडू़ू, देवेंद्र साहू, देवप्रकाश सोनकर, रवि, कमल शर्मा सहित लगभग ३० अन्य लोग शामिल हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ धारा-१४७, १४८,१८६, २९४, ३५३, ५०६ बी, ३४ व लोकसंपत्ति का नुकसानी निवारण अधिनियम १९८४ की धारा ३ के तहत जुर्म दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने ३० व ३१ अक्टूबर की दरम्यानी रात थाने में घुसकर हंगामा किया। पुलिस के खिलाफ नारेबाजी व गाली गलौज करते हुए पथराव किया। थाने का गेट भी बंद कर दिया था। पथराव करने से खिडकी का कांच टूटा और अंदर बैठे प्रधान आरक्षक रोहित भू-आर्य और आरक्षक हरीश मंडावी को चोट लगी। तब आरक्षक शत्रुघन महतो व बीरेंद्र यादव सेफ्टी स्टूमेंट के साथ खिडकी के पास पहुंचे।
उधर टीआई आशीष यादव समझाते रहे पर पत्थरबाजी करने वालों ने नहीं सुनी। जब पुलिस लाइन से बल बुलाया गया तब सभी थाने में ही धरने पर बैठ गए। कुम्हारी पुलिस ने बताया कि अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी आए और समझाने का प्रयास किया तो आरोपियों ने उनसे भी गालीगलौज की। थाना में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। हंगामा और पथराव की घटना कैमरे में कैद है। फुटेज देखने के बाद एसपी प्रखर पांडेय के निर्देश पर आरोपियों के खिलाफ दो दिन बाद अपराध दर्ज किया गया।
कुम्हारी थाना पुलिस ने बताया कि ३० अक्टूबर को शाम ५ बजे कुम्हारी वार्ड-३ निवासी कांग्रेस कार्यकर्ता कमल शर्मा स्कूटर से रायपुर से घर लौट रहा था। टाटीबंध के पास रायपुर निवासी सोनू सिंह और कुम्हारी निवासी सुपेन्द्र शर्मा की बाइक कमल के स्कूटर से टकरा गई। दोनों में विवाद बढ़ गया और मारपीट हो गई। इसमें कमल को चोट आई। वहां मौजूद लोगों ने विवाद को शांत कराया। सुपेन्द्र भी कुम्हारी का ही रहने वाला है। कुम्हारी लौटने के बाद फिर बात बढ़ गई। जब कमल दर्जनभर लोगों के साथ सुपेंद्र के घर पहुंच गया।
फिर पूरी भीड़ पहुंच गई थाने और किया हंगामा
अपने घर में दर्जनभर लोगों के आने की सूचना मिलने पर सुपेन्द्र भाजपा नेता पप्पू तिवारी के बेटे अनमोल तिवारी के पास चला गया। अनमोल अभाविप का कार्यकर्ता है और दोनों दोस्त हैं। अनमोल ने शिकायत कुम्हारी थाने में कर दी। इसके बाद अनमोल व सुपेंद्र का कांग्रेसी कार्यकतार्ओं से फिर विवाद हो गया। मामला सुलझ जाए इसलिए विवाद कर रहे तीन युवकों को पुलिस अपनी गाड़ी में बैठाकर ले जाने लगी, तभी स्वप्निल भी पहुंच गए। इसके बाद पूरी भीड़ थाने पहुंच गई।
सडक दुर्घटना के इस मामूली विवाद ने कुम्हारी में राजनीतिक रूप ले लिया था। भाजपाइयों की ओर से दुर्ग सांसद विजय बघेल व विधायक विद्यारतन भसीन, सांसद प्रतिनिधि जितेंद्र वर्मा कुम्हारी थाना पहुंच गए थे। भाजपा नेताओं के थाना पहुंचने की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पुत्र चैतन्य, ओएसडी मनीष बंछोर और राजेंद्र साहू भी पहुंच गए। उन्होंने अपने कार्यकतार्ओं को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया, तब मामला शांत हुआ।
इस राजनीतिक लड़ाई की गाज तीन आरक्षकों पर गिरी थी। कांग्रेस नेताओं की शिकायत पर एसपी प्रखर पांडेय ने गाली गलौज के आरोप में आरक्षक यशंवत साहू, मोहित तिवारी और दिनेश मंडावी को लाइन अटैच कर दिया। कुम्हारी पुलिस का कहना है कि इनमें एक आरक्षक दिनेश मंडावी घटना के समय था ही नहीं। आरोपियों ने उसके खिलाफ भी कार्रवाई के लिए दबाव बनाया।
थाना प्रभारी कुम्हारी आशीष यादव ने बताया कि उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर मामले की जांच की गई। जांच के बाद थाना में प्रदर्शन कर पत्थरबाजी करने वाले ४० लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज किया गया है। जांच में और आरोपी जुड़ सकते हैं।