भुवनेश्वर
जापान में अगले साल होने वाले तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइकरने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तानी रानी रामपाल ने कहा है कि उनकी टीम ओलिंपिक की तैयारियों के लिए अब कड़ी मेहनत करेगी। भारतीय महिला हॉकी टीम ने अमेरिका को 5-1 से हराया था, लेकिन दूसरे चरण में उसे अमेरिका ने 4-1 से हरा दिया, लेकिन एग्रीगेट स्कोर में भारतीय महिला टीम ने 6-5 से जीत दर्ज करते हुए तीसरी बार ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइकिया। रानी ने रविवार को ट्विटर पर कहा कि उनकी टीम अगले साल होने वाले टोक्यो ओलिंपिक की तैयारियों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ देगी। रानी ने ट्विटर पर लिखा, ‘टीम के खिलाड़ियों, कोचों और स्पोर्टिंग स्टाफ के सामूहिक प्रयास से हमने तोक्यो ओलिंपिक के लिए क्वॉलिफाइ कर लिया है। लेकिन इसकी तैयारियों के लिए अब हम अगले आठ महीनों में कड़ी मेहनत करेंगे।’
यह तीसरा मौका होगा है जब भारत की महिला टीम खेलों के महाकुंभ में खेलेगी। भारत ने पहली बार मास्को ओलिंपिक-1980 में कदम रखा था जहां वो चौथे स्थान पर रही थी, लेकिन इसके बाद उसे लंबा इंतजार करना पड़ा। हर बार ओलिंपिक की पताका महिला टीम से दूर रही। 2016 में हालांकि भारत ने इसे अपने गले से लगाया। टीम का प्रदर्शन निराशाजनक रहा और ब्राजीलियाई जमीन पर भारतीय महिलाएं 12वें स्थान पर रही। कप्तान रानी ने उनकी टीम पर अपना विश्चवास जताने के लिए केंद्रीय खेल मंत्री और राष्ट्रीय महासंघों का भी धन्यवाद किया। उन्होंने कहा, ‘हम पर विश्वास करने के लिए हॉकी इंडिया, किरण रिजिजू सर, भारतीय खेल प्राधिकरण (साई), दोस्तों, परिवार और फैन्स का शुक्रिया।’ भारत एक समय मुकाबले में 5-5 के स्कोर के साथ बराबरी पर था, लेकिन कप्तान रानी ने 49वें मिनट में गोल कर भारत को एग्रीगेट स्कोर में 6-5 से आगे कर दिया और टीम ने तीसरी बार ओलिंपिक का टिकट हासिल कर लिया।