मध्य प्रदेश

MP के ADGP ने ‘आउट ऑफ टर्न प्रमोशन’ का सुझाया तरीका, कहा- चेन स्नेचर्स को ‘ठोक दो’

ग्वालियर
चेन झपटमारों (Chain Snatchers) से सिर्फ जनता (Public) ही नहीं पुलिस (Police) भी परेशान है. मध्य प्रदेश पुलिस के अदना कर्मचारी से लेकर आला अफसर तक इसे लेकर हलाकान हैं. इसी क्रम में एडीजीपी (ADGP) ने अपने स्टाफ को छूट दे दी है कि वो चेन स्नैचर्स को ठोक दें. दरअसल मध्य प्रदेश पुलिस के एडीजीपी राजाबाबू सिंह ग्वालियर दौरे पर थे. उन्होंने यहां पुलिस को चेन स्नेचर्स को 'ठोकने' के लिए छूट दे दी. राजाबाबू सिंह ने कहा कि पुलिस का अगला टारगेट चेन स्नेचर हैं. स्नेचर को ठोकने वाले पुलिसकर्मी को वो इनाम के साथ आउट ऑफ टर्न प्रमोशन दिलाएंगे.

एडीजीपी राजाबाबू सिंह मंगलवार को ग्वालियर एसपी ऑफिस पहुंचे थे. क्राइम ब्रांच ने बीते डेढ़ साल में शहर में हुई लूटपाट की चार बड़ी वारदातों का खुलासा किया था और शॉर्ट एनकाउंटर में लुटेरे गैंग को पकड़ा था. एडीजीपी ने इसके लिए क्राइम ब्रांच टीम का सम्मान किया. अफसरों और जवानों को कामयाबी के लिए मिठाई खिलाई और उनकी पीठ थपथपाई. उसके बाद एडीजीपी ने जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा की.

राजाबाबू सिंह ने क्राइम ब्रांच से कहा कि ग्वालियर में जैसे ही चेन स्नेचिंग की कोई वारदत हो, वैसे ही वो शहर में नाकेबंदी करें. चेन झपटमारों का पीछा करें और देखते ही उसे ठोक दें. जो पुलिसकर्मी उनको ठोकेगा, उसे इनाम मिलेगा. साथ ही मैं आउट ऑफ टर्न प्रोमोशन के लिए रिकमंड करूंगा.

दरअसल पुलिस के पास विपरीत हालातों में अपने अफसरों से अनुमति लेकर आत्मरक्षा में फायरिंग करने का अधिकार होता है. लेकिन एडीजीपी राजाबाबू सिंह ने पुलिसकर्मियों को चेन स्नेचर्स को सीधे ठोकने के जो निर्देश दिए हैं. उससे अपराध रोकने के लिए तरीके को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं.

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