इंदौर
मध्य प्रदेश में जब से कांग्रेस ने सत्ता हासिल की है, तब से आपसी खींचतान बखूबी देखने को मिल रही है. फिलहाल कमलनाथ सरकार (Kamal Nath Government) में पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा (PWD Ministers Sajjan Singh Verma) ने कांग्रेस के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) और सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) पर निशाना है. उन्होंने कहा कि इन दोनों नेताओं को मध्य प्रदेश की वस्तु स्थिति पता नहीं है और यह चमत्कार की आशा करते हैं.
पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के कर्जमाफी के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि सिंधिया तीन बार विदेश गए इसलिए वो एमपी से कट ऑफ हो गए थे. मध्य प्रदेश की वस्तु स्थिति उन्हें पता नहीं है. अभी तक 21 लाख किसानों का कर्जा माफ हो चुका है जिसकी सूची सिंधिया को भी सौंपी जा चुकी है. आपको बता दें कि हाल ही में सिंधिया ने बयान दिया था किसानों का कर्जा पूरी तरह से माफ नहीं किया.
मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने आज गौशालाओं को लेकर दिग्विजय सिंह पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि प्रदेश में तेज गति से गौशालाओं का निर्माण हो रहा है. मध्य प्रदेश में हाईटेक गौशालाएं भी बन रहीं हैं, लेकिन दिग्विजय सिंह चमत्कार की आशा करते हैं जो ठीक नहीं है. एकदम से चमत्कार नहीं होंगे. सरकार को पांच साल होने दो उसके बाद चमत्कार दिखेंगे.
बहरहाल, दिग्विजय सिंह ने भोपाल-इंदौर हाईवे पर सड़क दुर्घटना में गायों की मौत को लेकर कमलनाथ को सलाह देते हुए कहा था कि गायों को सड़कों से हटाकर तत्काल गौशालाओं में भेजकर सीएम सच्चे गौभक्त बन सकते हैं.
यही नहीं, राम मंदिर को लेकर सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में चमत्कारी लोग बैठे हैं उन्हें कहीं से इशारा हुआ तो दनादन सुनवाई शुरू कर दी. अब भगवान श्रीराम जजों को सदबुद्धि देकर सही निर्णय कराएंगे.
झाबुआ से चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में नया बवाल शुरू हो गया है. मंत्रिमंडल में शामिल होने की आस लगाए कांतिलाल भूरिया को फिर से कांग्रेस अध्यक्ष मनाने की मांग कर दी गई है. पीडब्ल्यूडी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कांतिलाल भूरिया को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाया जाए. उन्होंने कहा कि वे सीएम कमलनाथ से भी आग्रह कर चुके हैं कि पहले भी कांतिलाल भूरिया कांग्रेस की कमान संभाल चुके हैं, सारे लोगों से सामांजस्य बिठाकर कार्य करने की उनकी अनोखी शैली है. यदि कांतिलाल भूरिया अध्यक्ष बन जाते हैं तो सत्ता और संगठन का तालमेल अच्छे से चलेगा, जिससे 5 साल तो सरकार चलेगी ही और 5 साल बाद फिर कांग्रेस सरकार बना पाएगी.