मुंबई
रियल एस्टेट कंसलटेंट CBRE ने कहा है कि घरों की कीमतों में 20-30 फीसद की गिरावट पहले ही आ चुकी है। कंपनी का कहना है कि देश के सबसे बड़े रियल एस्टेट बाजार दिल्ली-एनसीआर और मुंबई अभी भले ही मांग में कमी की समस्या से जूझ रहे हों लेकिन यहां घरों की कीमतों में और कमी आने की संभावना काफी कम है।
उपभोक्ता धारणा कमजोर होने और कीमतें अधिक होने के कारण दिल्ली-एनसीआर और मुंबई के बाजारों में सुस्ती आई और यहां कीमतों में 20-30 फीसद की गिरावट दज की गई। अब इन जगहों पर घरों की कीमत घटने की संभावनाएं काफी कम हैं। कंपनी ने कहा कि अभी कोई नई सप्लाई नहीं है इसलिए धीरे-धीरे इन्वेंट्री निकल जाएगी।
CBRE ने कहा कि कई नीतियों की घोषणा के बाद अफोर्डेबल हाउसिंग सेगमेंट काफी अच्छा कर रहा है। इसके अलावा ऑफिस/कॉमर्शियल स्पेस में भी तेजी देखी जा रही है। CBRE के भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका के सीईओ अंशुमान मैगजीन ने कहा कि कॉमर्शियल/ऑफिस स्पेस सेगमेंट महत्वपूर्ण रूप से आगे बढ़ रहा है। इस साल हमें उम्मीद है कि इसकी ग्रोथ में और तेजी आएगी।
मैगजीन ने कहा कि वस्तु एवं सेवा कर के प्रभावी होने के बाद लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सेगमेंट में भी ग्रोथ दर्ज की गई है। इसमें ई-कॉमर्स सेक्टर में आई ग्रोथ ने भी मदद की है।