लखनऊ
हिन्दू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या के बाद से कई अनसुलझी गुत्थियां पुलिस के सामने खड़ी हो गई हैं। हत्या के बाद वायरल हुई सीसीटीवी फुटेज में हत्यारों के साथ एक महिला भी देखी जा रही है। महिला को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। अभी तक इस महिला की पहचा नहीं हो सकी है। एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और कई थानों की पुलिस पड़ताल में जुटी हुई है। हत्या की तफ्तीश पल-पल बदल रही है। हत्या के बाद जांच के लिए बनीं टीमें सुरागरसी में आपसी विवाद, छुटभैये बदमाशों और परिवार के करीबियों का ब्योरा जुटाने में लगी है।
महिला की कुंडली खंगाल रही पुलिस
इसी बीच पहली सीसी फुटेज मिली तो उसमें भगवा और लाल रंग के कुर्ते में दो युवक कमलेश के घर की तरफ जाते दिखे। इसके बाद ही कमलेश के समर्थकों को उनकी फोटो दिखायी जाने लगी। कोई भी इन हत्यारों को नहीं पहचान सका। इसी दौरान घटना के एक घंटे पहले एक बाइक सवार युवक दो बार कमलेश के घर के सामने से निकलता दिखा। इस युवक की खोज भी शुरू कर दी गई। स्थानीय लोग इस युवक के बारे में कुछ नहीं बता सके। रात में एक और फुटेज सामने आया जिसमें दोनों हत्यारे पैदल आराम से बतियाते आ रहे थे। इसमें लाल रंग का कुर्ता पहने बदमाश के हाथ में मिठाई वाला पैकेट था। इन दोनों के साथ ही पीछे की ओर लाल रंग का कुर्ता और सफेद टुपट्टे में एक महिला चल रही थी। इस महिला से दो बार भगवा कुर्ता पहने युवक ने पीछे मुड़कर बात भी की। अब पुलिस टीमें इस महिला का भी पता लगाने में जुटी है कि आखिर यह कौन थी जो उनके साथ कुछ दूर तक चली।
भगवा रंग आसानी से प्रवेश के लिये
10 घंटे की पड़ताल में पुलिस जब फुटेज में दिखे हत्यारों के बारे में कोई सुराग नहीं लगा सकी तो यह भी अंदेशा जताया जाने लगा कि दोनों बदमाशों ने भगवा व लाल रंग का कुर्ता सिर्फ इसलिये ही पहना था ताकि उन्हें कमलेश के घर में आसानी से प्रवेश मिल जाये। कमलेश भी अक्सर भगवा वस्त्र में ही रहते थे। हुआ भी यही, ये लोग जैसे ही कमलेश के घर के अंदर गये और बताया कि फोन पर बात हो गई है। कमलेश को उनके कर्मचारी ने बताया कि कुछ लोग मिलने आये तो उन्होंने दोनों को अपने कमरे में भी भेज देने को कहा। वरना वह आने वालों से नीचे बने कार्यालय में ही मिलते थे।
हत्यारों ने नया कुर्ता पहन रखा था
फुटेज को फोरेंसिक विशेषज्ञों से भी सही कराया गया। इसके बाद अफसरों ने फिर से फुटेज देखे। यह कयास भी लगे कि कुर्ते नये लग रहे थे। इससे साफ है कि इन लोगों ने कमलेश की हत्या के लिये ही यह नया कुर्ता खरीदा था।
कैसे परिचय बनाया था दोनों ने
पुलिस ने कमलेश के करीबियों को फुटेज में दिखे युवकों की तस्वीर दिखाकर यह जानने की कोशिश की क्या ये कमलेश के परिचित थे। इन्हें इससे पहले कभी उनके साथ या दफ़्तर में देखा गया था। पर,हर किसी ने इन्हें अजनबी ही बताया। इनके पास मिले मिठाई के डिब्बे में सूरत की दुकान की 16 अक्तूबर का जारी बिल भी मिला है। इसी वजह से पुलिस यह भी पता कर रही है कि अगर बिल सही है तो इन लोगों ने किस तरह से कमलेश से परिचय बनाया जो उसने इन्हें घर पर मिलने के लिये बुलाया था।