नई दिल्ली
कर्नाटक से कांग्रेस के राज्यसभा सांसद केसी राममूर्ति ने बुधवार को उपराष्ट्रपति सचिवालय में अपना इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया गया।
एम वेंकैया नायडू ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है। राममूर्ति भी सत्तारूढ़ भाजपा में शामिल होने वाले हैं। पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे के बाद से भारत की पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस भी कठिन परिस्थितियों से गुजर रही है। कुछ समय पहले कांग्रेस के भुवनेश्वर कालिता और संजय सिंह ने राज्य सभा से इस्तीफा दिया था। गोवा, महाराष्ट्र और हरियाणा जैसे राज्यों के अनेक नेताओं ने पिछले कुछ महीनों में पार्टी का साथ छोड़ दिया। कर्नाटक मे कांग्रेस-जदएस सरकार के गिरने के बाद पार्टी के अनेक विधायकों ने पाला बदल लिया।
इसी साल अगस्त में राज्यसभाा में व्हिप पूर्व कांग्रेस चीफ भुवनेश्वर कालिता ने कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा का हाथ थाम लिया था। बता दें कि भुवनेश्वर कालिता को कांग्रेस ने कश्मीर मुद्दे पर व्हिप जारी करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। उसी दिन उन्होंने राज्यसभा में इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के साथ देश का मिजाज पूरी तरह से बदल चुका है और यह व्हिप देश की जन भावना के खिलाफ है। जवाहर लाल नेहरु भी अनुच्छेद 370 के खिलाफ थे।