छत्तीसगढ़

वन क्षेत्रों में काबिज आदिवासियों को वन भूमि का मिलेगा पट्टा

रायपुर
खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अमरजीत भगत मुगेली जिले के विकासखण्ड लोरमी के वनांचल ग्राम खुडि?ा में आयोजित सर्व आदिवासी समाज सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होनें सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों और आदिवासियों के हित में कार्य कर रही है। सरकार बनते ही 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी, किसानों का कर्ज माफी, बिजली बिल आधा और तेंदूपत्ता संग्रहण दर 4000 रुपया प्रति मानक बोरा करने का निर्णय लेकर किसानो के समन्वित विकास के लिए गया है।

उन्होने कहा वन भूमि में काबिज वनवासियों को उनके द्वारा काबिज वन भूमि का पट्टा दिया जाएगा। उन्होनें कहा कि आदिवासी समाज की गौरव शाली इतिहास और संस्कृति हैं, इसे बनाए रखने के लिए राज्य शासन के साथ साथ आदिवासी समाज भी आगे आये हैं। उन्होनें समाज की गौरव शाली इतिहास एवं परंपराओं को बनाए रखने के लिए सर्व आदिवासी समाज को अपनी बधाई और शुभकामनाएँ दी। भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़वासियों को अपनेपन का एहसास कराने के लिए विभिन्न त्यौहारों पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है इससे छत्तीसगढ़वासी गौरवान्वित महसूस कर रहे है। उन्होनें एक तीर एक कमान सर्व आदिवासी एक समान के नारे देते हुए समाज को संगठित होने और बच्चों को शिक्षा देकर संस्कारवान बनाने की बात कही।

भगत ने कहा कि वनांचल क्षेत्र खुडि?ा के किसानों द्वारा बहुत दिनों से धान खरीदी केन्द्र स्थापित करने की माँग की जा रही थी अब उनकी माँगे पूरी हो गई है और यहां के किसानों को समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए 40 किलो मीटर दूर अन्य केन्द्र में जाना नही पड़ेगा। अवसर पर उन्होनें स्थानीय कर्मा नर्तक दल को 5000 रुपए देने की घोषणा की। सर्व आदिवासी सम्मेलन को श्रीरामजी ध्रुव और श्री जनक राम ध्रुव ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री पूर्व विधायक श्री चन्द्रभान बारमते, श्रीमती माया रानी सिंह, गणमान्य नागरिक, जनप्रतिनिधि और बड़ी संख्या में सर्व आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।

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