मेरठ
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना उमरैन महफूज रहमानी सोमवार को मेरठ आए। उन्होंने दारुल कजा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड जामिया मदनिया हापुड़ रोड में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने पत्रकारों से वार्ता में कहा कि अयोध्या मामले में कोर्ट का जो फैसला होगा, वह सभी को मंजूर होगा। दारुल कजा को अदालतों का मददगार ईदारा बताया और कहा कि अदालतों से मुकदमों के बोझ को कम करता है।
सोमवार सुबह मदरसा जामिया मदनिया पहुंचकर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सेक्रेटरी मौलाना उमरैन महफूज रहमानी ने दारुल कजा का जायजा लिया। शहर की दारुल कजा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मेरठ के मुफ्ती हस्सान कासमी ने रिपोर्ट पेश की। इस दौरान मुख्य रूप से मौलाना कारी शफीकुररहमान कासमी, कारी अफ्फान कासमी, मुफ्ती आशिक सिद्दीकी काजी फुलत, मौलाना अली रजा, मौलाना आजिम नदवी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि दारुल कजा अदालतों का मददगार ईदारा है, जो अदालतों से मुकदमों के बोझ को कम करता है। पूरे मुल्क में यह संविधान के अनुसार काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोर्ट पर पूरा भरोसा है और अयोध्या मामले में निष्पक्षता के साथ फैसला आएगा।
उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि फैसला मुस्लिमों के हक में आएगा। साथ ही कहा कि जो भी फैसला आएगा, वह सभी को मंजूर होगा। अब सुलह का वक्त ख़त्म हो चुका है। उन्होंने मुसलामानों से अपील है कि वह अदालत के फैसले का इंतजार करें, जो भी फ़ैसला होगा वह सब को मंजूर होगा। उन्होंने कहा कि तीन तलाक के मामले में कानून नहीं, जागरूकता की जरूरत थी। सरकार ने इस मामले में बेवजह दखलंदाजी की।