रायपुर
चित्रकोट उपचुनाव में प्रचार करने के लिए कांग्रेस ने पहली किस्त में अपने दस विधायकों को मैदान में उतार दिया है। विधायक चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र में घूमकर छोटी-छोटी सभाएं करेंगे और डोर-टू-डोर जनसंपर्क भी करेंगे। 15 अक्टूबर के बाद पार्टी के आला-नेताओं और मंत्रियों का दौरा शुरू होगा। बस्तर संभाग की चित्रकोट विधानसभा सीट पर 21 अक्टूबर को मतदान होना है। 19 अक्टूबर की शाम पांच बजे से प्रचार का दौर खत्म हो जाएगा। मतलब, राजनीतिक दलों को सोमवार से प्रचार थमने तक छह दिन ही मिलेंगे।
इस कारण सभी दलों ने प्रचार तेज कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय राजीव भवन में कंट्रोल रूम खोल दिया है, ताकि चित्रकोट में अपने लोगों और विपक्ष की गतिविधियों की जानकारी मिलती रहे। प्रदेश कमेटी ने चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र के बाहर के नेताओं और जनप्रतिनिधियों का दौरा शुरू करा दिया है।
पहली किस्त में भेजे जाने वाले विधायकों में कुंवर निषाद, इंद्रशाह मंडावी, विनोद चंद्राकर, द्वारिकाधीश यादव, चंद्रदेव प्रसाद राय, दलेश्वर साहू, किस्मतलाल नंद, रामकुमार यादव के अलावा महिला विधायक छन्न्ी साहू व डॉ. लक्ष्मी धु्रव शामिल हैं। ये विधायक दो-तीन दिन चित्रकोट में रहेंगे। इसके बाद दूसरी किश्त में कुछ और विधायकों को भेजा जाएगा।
कांग्रेस के मोर्चा-संगठन के पदाधिकारियों को भी चित्रकोट भेजा जा रहा है। अलग-अलग टुकड़ियों में मोर्चा-संगठन के पदाधिकारी प्रचार करने पहुंच रहे हैं। इन्हें केवल घर-घर जनसंपर्क में लगाया जा रहा है।
गौरतलब है कि चित्रकोट विधानसभा क्षेत्र भाजपा का गढ़ माना जाता रहा है। यहां पर भाजपा ने 1998 से 2014 तक लगातार 6 बार लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की है। 2008 के चुनाव में भाजपा के बैदूराम कश्यप ने कांग्रेस की प्रतिभा शाह को 9231 वोटों के अंतर से हराया था। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दीपक बैज ने लच्छुराम कश्य 11770 वोटों के अंतर से शिकस्त दी थी।