खंडवा
मध्य प्रदेश के खंडवा में गुरुवार को दुर्गा प्रतिमाओं के विसर्जन के दौरान बाजार में दिन दहाड़े एक युवक की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई और दो युवकों को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया.
भारी पुलिस बंदोबस्त और हजारों लोगों की भीड़ में हुई इस घटना ने लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया. हालांकि, घटना के बाद चार आरोपियों में से तीन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कोर्ट में पेश करने से पहले उनकी सार्वजनिक तौर पर डंडों से पिटाई करते हुए जुलूस निकाला गया.
सार्वजनिक तौर पर हुई इस चाकूबाजी की यह घटना मोबाईल में रिकॉर्ड हो गई और तेजी से वायरल होने लगी, जो कि पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े करती है. बता दें कि चार युवकों ने मिलकर दूसरे पक्ष के तीन युवकों पर चाकुओं से कई वार किए जिसमें एक युवक ने मौके पर ही दम तोड़ दिया, जबकि बाकी दो को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती किया गया. इनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
शहर के बीच घंटाघर क्षेत्र में जब चाकूबाजी की यह घटना हो रही थी तब भी कुछ युवक इससे बेखबर डीजे की धुन पर नाच रहे थे और पुलिस वहां से नदारद थी. जब मनीष कनाड़े पर नशे में धुत्त युवक चाकुओं से वार कर रहा था तब कुछ लोग मोबाइल से इसका वीडियो बना रहे थे लेकिन न तो किसी ने उसे रोकने की कोशिश की और न ही पुलिस को बुलाया.
लहूलुहान हालत में मनीष को पैदल ही थोड़ी दूर लाया गया जहां उसके मुंह से खून बहने लगा और लड़खड़ाकर वह वहीं सड़क पर गिर गया. उसके दूसरे दो साथी गौरव पाठक और विकास जायसवाल भी इस घटना में घायल हुए हैं.
पुलिस ने इस मामले में चार युवकों पवन केशनिया, अज्जू उर्फ तरुण, राहुल और बादल शर्मा के खिलाफ हत्या का केस आईपीसी की धारा 302,307, 201, 34 के तहत दर्ज किया है. इनमें से पवन, अज्जू और राहुल को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन बादल शर्मा फरार है. बादल भारतीय जनता युवा मोर्चे का नगर उपाध्यक्ष भी है.