नई दिल्ली
जापान में ओलंपिक टेस्ट इवेंट जीत चुकी भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमों को अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के क्वॉलिफायर टूर्नामेंट में किन टीमों से भिड़ना है, इसका फैसला नौ सितंबर को स्विटजरलैंड के लुसाने में होने वाले ड्रॉ से होगा। एफआईएच ओलंपिक क्वॉलिफायर के मैचों को निर्धारित करने के लिए ड्रॉ नौ सितंबर को लुसाने में निकाला जाएगा। इस ड्रॉ का आयोजन अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के सीइओ थियरे वेल करेंगे। इस ड्रॉ में 14 पुरुष और 14 महिला टीमों शामिल होंगी। ओलंपिक क्वालीफायर 25 से 27 अक्टूबर और एक से तीन नवंबर तक होंगे। मैच कार्यक्रम और स्थलों की पुष्टि नौ सितंबर के ड्रॉ के बाद होगी।
ओलंपिक क्वॉलिफायर में दो टीमें आपस में एक के बाद एक दो मैच खेलेंगी। इन टीमों को आठ सितंबर की विश्व रैंकिंग के आधार पर तय किया जाएगा। मैचों की मेजबानी दो भिड़ने वाली टीमों में सर्वाधिक रैंक वाली टीम करेगी।
एफआईएच के अनुसार मेजबान पुरुष टीमों में ऑस्ट्रेलिया, हालैंड, भारत, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, न्यूजीलैंड और कनाडा को एक से आठ तक की रैंकिंग पर रखा गया है। ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में से ओसनिया कप की विजेता टीम सीधे टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वॉलिफाई कर जाएगी और मेजबान टीमों का ग्रुप आठ सितंबर को सात टीमों का रह जाएगा। ओसनिया कप के परिणाम के आधार पर आठ सितंबर को रैंकिंग में कुछ फेरबदल हो सकता है।
पुरुष वर्ग में बाहरी टीमों में मलेशिया, फ्रांस, आयरलैंड, कोरिया, पाकिस्तान, ऑस्ट्रिया और मिस्त्र को नौ से 15 तक की रैंकिंग में रखा गया है। क्वॉलिफायर टूर्नामेंट का जब ड्रॉ निकाला जाएगा तो पहली, दूसरी और तीसरी रैंकिंग की टीमों को 12वीं, 13वीं और 14वीं रैंकिंग की टीमों में से किसी एक से भिड़ना पड़ सकता है।
भारतीय पुरुष टीम का मुकाबला कोरिया, पाकिस्तान या ऑस्ट्रिया में से किसी एक से हो सकता है। भारत ने एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक जीतकर पिछले रियो ओलंपिक के लिए सीधे क्वॉलिफाई किया था लेकिन 2018 के जकार्ता एशियाई खेलों में भारत को सेमीफाइनल में मलेशिया से सडन डेथ में हार का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद उसे ओलंपिक क्वॉलिफाइंग टूर्नामेंट से गुजरना पड़ रहा है।
एफआईएच की ड्रॉ रैंकिंग में चौथे, पांचवें, छठे और सातवीं नंबर की टीमों को आठवीं, नौंवीं, 10वीं और 11वीं रैंकिंग की टीमों में से किसी एक से भिड़ना पड़ सकता है।
महिला वर्ग में ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, न्यूजीलैंड, आयरलैंड, भारत और चीन एक से आठ रैंकिंग के आधार पर मेजबान टीमें है जबकि कोरिया, बेल्जियम, अमेरिका, कनाडा, इटली, चिली और रुस नौ से 15 रैंकिंग के आधार पर बाहरी टीमें हैं। भारतीय महिला टीम को एशियाई खेलों के फाइनल में जापान से हार का सामना करना पड़ा था जिसके बाद उसे भी क्वॉलिफाइंग दौर से गुजरना पड़ रहा है। महिला टीम का क्वॉलिफायर टूर्नामेंट में कनाडा, इटली, चिली और रुस में से किसी एक से मुकाबला हो सकता है।
टोक्यो ओलंपिक के लिए अब तक अपनी संबंधित महाद्वीपीय चैंपियनशिप जीतकर अर्जेंटीना (पुरुष और महिला), दक्षिण अफ्रीका (पुरुष और महिला), बेल्जियम (पुरुष) और हालैंड (महिला) क्वॉलिफाई कर चुके हैं। इनके साथ ओसनिया कप के पुरुष और महिला विजेता जुड़ेंगे। ओसनिया कप पांच से आठ सितंबर तक ऑस्ट्रेलिया में खेला जाएगा।
टोक्यो ओलंपिक का मेजबान जापान दोनों ही वर्गों में मेजबान होने के नाते जगह बना चुका है। जापान ने एशियाई खेलों के दोनों वर्गों में स्वर्ण पदक जीते थे। टोक्यो ओलंपिक का हॉकी टूर्नामेंट 25 जुलाई से सात अगस्त तक खेला जाएगा, जिसमें 12 पुरुष और 12 महिला टीमें हिस्सा लेंगी।