नई दिल्ली
3 दिसंबर को एक ऐसे अभिनेता का जन्म हुआ था, जिन्होंने हर फिल्म में शानदार अभिनय किया. लेकिन उन्हें वो मुकाम हासिल नहीं हुआ जिसके वो हकदार थे. हम बात कर रहे हैं बॉलीवुड एक्टर जिमी शेरगिल की. जिमी शेरगिल को आपने कई हिट फिल्मों में साइड रोल में देखा होगा, लेकिन कभी हिट लीड एक्टर के रूप में नहीं देखा.
अब चाहे बात करें उनकी पहली फिल्म माचिस की या संजय दत्त की फिल्म मुन्ना भाई एमबीबीएस की. सभी फिल्मों में जिमी हिट साबित हुए हैं, लेकिन आज बात करेंगे उनके फिल्म करियर की पहली फिल्म माचिस की. ये फिल्म जाने-माने लेखक गुलजार ने बनाई थी और इसमें जिमी शेरगिल को रोल मिलना भी एक मौके जैसा ही था.
जिमी शेरगिल असल में गुलजार के सहायक बनना चाहते थे, लेकिन उनके अंदर के कलाकार को देखकर गुलजार ने उन्हें 'माचिस' में अभिनय का मौका दिया था. जिमी ने बताया था कि गुलजार से मिलने के बाद उन्होंने मुझे दाढ़ी बनाने के लिए कहा था क्योंकि ये रोल की डिमांड थी. हालांकि शुरुआत में जिमी को इस पर यकीन भी नहीं हुआ था क्योंकि उन्होंने इसके बारे में बिल्कुल भी नहीं सोचा था.
गुलजार ने दिया था जिमी को खास तोहफा
जिमी शेरगिल ने बताया था कि माचिस फिल्म की शूटिंग के दौरान डायरेक्टर गुलजार मेरी परफॉर्मेंस से काफी इम्प्रेस थे. इसके लिए उन्होंने खुश होकर मुझे दो ऑरेंज कैंडी दी थी. उन्होंने कहा कि उस समय मैं इंडस्ट्री में बिलकुल नया था. ऐसे में उस टॉफी का मिलना मेरे लिए बड़ी बात थी. इसके आगे जिमी ने बताया कि उन्होंने उन टॉफी को नहीं खाया ये सोचकर कि यह एक टोकन है जो डायरेक्टर ने प्रशंसा के रूप में दी है.
पहली फिल्म मिलने के बाद जिमी ने रफ्तार में करियर को आगे बढ़ाया. 48 साल के जिमी ने अपने करियर की 23 साल की पारी खेल ली है और 70 से ज्यादा हिंदी फिल्में, 14 पंजाबी फिल्मों में काम करते हुए और 4 पंजाबी फिल्मों का निर्माण भी किया है.