जबलपुर
रीवा (rewa) लोकायुक्त पुलिस (Lokayukta Police) ने मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के एक जूनियर इंजीनियर राजेश तिवारी को 15 लाख की रिश्वत (bribe) लेते रंगे हाथों पकड़ लिया. तिवारी शहडोल संभाग में पोस्टेड है. वो एक ठेकेदार के करोड़ों के बिल (bill) पास करने के एवज में ये रिश्वत वसूल रहा था. ठेकेदार ने इसकी लोकायुक्त में शिकायत कर दी थी.
एक ठेकेदार भानु प्रकाश ने लोकायुक्त रीवा में एक जूनियर इंजीनियर राकेश तिवारी की शिकायत की. उस शिकायत में कहा गया कि तिवारी उसके 37 करोड़ के सरकारी काम के बिल पास करने के एवज़ में रिश्वत मांग रहा है. रहे थे. ट्रांसफॉर्मर लगवाने और बिजली की लाइन विस्तार के लिए जनवरी 2019 से जून 2019 तक करीब 37 करोड़ का काम हुआ था. इसमें से कुछ का भुगतान तो हो गया लेकिन बाकी के बिल तिवारी ने अटका दिए थे.
इन बाक़ी बचे बिल के भुगतान के लिए जब ठेकेदार भानु प्रकाश ने जूनियर इंजीनियर राकेश तिवारी से बात की तो उसने बिल पास करने के लिए अपना कमीशन मांगना शुरू कर दिया. जो पैसा पेंडिंग था उस पर 6 फीसदी कमीशन के हिसाब से एक करोड़ 80 लाख रुपए बन रहे थे. ठेकेदार ने जब इतनी बड़ी रकम देने में खुद को असमर्थ बताया तो मोल-भाव शुरू हुआ और बात 15 लाख पर आकर तय हुई. इस बीच ठेकेदार भानु प्रकाश ने लोकायुक्त में शिकायत कर दी. इस शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने जूनियर इंजीनियर राकेश तिवारी को रिश्वत लेते रंगे हांथो पकड़ लिया.कार्रवाई के दौरान लोकायुक्त पुलिस ने तिवारी को 15 लाख रुपए नगद रिश्वत लेते पकड़ा. उसके पास से 5 लाख का चैक भी बरामद किया गया.