राजनीति

25 विधायकों के साथ उड़ चले पायलट, राजस्थान में भी कांग्रेस सरकार की धड़कनें तेज


ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़कर आए 22 विधायकों के कारण मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार को छोडऩी पड़ी थी कुर्सी

नई दिल्ली. मध्य प्रदेश के बाद अब राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार की धड़कनें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। मध्य प्रदेश में कांग्रेस से टूटकर ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में आए 22 विधायकों के कारण यहां कांग्रेस की सरकार को कुर्सी छोडऩी पड़ी थी। इन दिनों ऐसे ही हालात राजस्थान में भी बनते दिखाई दे रहे ैंहैं। लोग अनुमान लगा रहे हैं कि कहीं सचिन पायलट भी तो सिंधिया की राह पर चलकर बगावती तेवर तो नहीं अपनाने वाले हैं।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से नाराज उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट डेढ़ दर्जन से ज्यादा विधायकों को लेकर कांग्रेस से कन्नी काट रहे हैं। अगर पार्टी हाईकमान ने दखल नहीं दी तो एक और राज्य कांग्रेस के हाथ से निकल सकता है। कांगे्रस से पायलट जैसा नेता जाएगा वो अलग। कई कांग्रेसी इस बात को समझ रहे हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल का ट्वीट यही इशारा करता है। उन्होंने अपने ट्वीट में साफ लिखा, ‘पार्टी के लिए चिंतित हूं। क्या हम तभी जागेंगे जब सारे घोड़े अस्तबल छोड़कर भाग चुके होंगे।

उधर, बीजेपी की एक नेता कपिल सिब्बल के इस ट्वीट पर मौज ले रही हैं। पार्टी की नेशनल सोशल मीडिया इंचार्ज प्रीति गांधी ने सिब्बल से उस ट्वीट को कोट कर लिखती हैं, ‘लेकिन घोड़े हैं कहां? आपके अस्तबल में तो केवल गधे हैं” प्रीति का यह ट्वीट कुछ ही समय में उनके ट्रोल होने की वजह भी बन सकता है। अगर हालिया घटनाक्रम और अटकलें ठीक बैठती हैं, तो प्रीति अपने फेंके जाल में ही फंसेंगी।

प्रीति के गले की हड्डी न बन जाए यह ट्वीट
सचिन पायलट की नाराजगी ऐसी-वैसी नहीं है। मीडिया से लगातार कनेक्ट रहने वाले सचिन किसी का फोन नहीं उठा रहे हैं। दिल्ली में रहकर भी पार्टी नेताओं को तो उन्होंने पूरी तरह इग्नोर ही कर दिया है। उनका खेमा 25 विधायकों के समर्थन का दावा कर रहा है। अगर कांग्रेस आलाकमान पायलट को नहीं मनाता तो वह ‘सौतेले व्यवहार’ से दुखी होकर पार्टी छोड़ भी सकते हैं।

अटकलें हैं कि बीजेपी पायलट को अपनी तरफ खींचने में लगी है। अगर पायलट और बागी विधायक बीजेपी में आ जाते हैं तो यह ट्वीट प्रीति के गले की हड्डी बन जाएगा। तब क्या वो कहेंगी कि बीजेपी ने ‘कांग्रेस के गधों को पार्टी में अपने अस्तबल में बांध लिया’ है।

ट्विटर पर दिख रहा ट्रेलर
प्रीति ने कांग्रेसियों को ‘गधा’ बताकर जो कैच 22 वाली सिचुएशन बनाई है, उससे वे अभी ट्रोल होने लगी हैं। कुछ यूजर्स ने तो इसी ट्वीट पर तंज कसने शुरू कर दिए हैं। जैसे एक ट्रोल अकाउंट ने लिखा है, ‘तो बीजेपी कांग्रेस के अस्तबल से गधे खरीदती है। महाराज (ज्योतिरादित्य सिंधिया) सुनते हो।’ एक अन्य यूजर ने कहा, ‘इसका मतलब बीजेपी सारे गधों को इक_ा कर रही है।’ एक कांग्रेस समर्थक ने लिखा, गधे आप ले जाते हो (खरीद कर), हमारे पास सिर्फ घोड़े रह जाते हैं।

अशोक गहलोत और पायलट में क्यों है नाराजगी
2018 में अशोक गहलोत सरकार बनने के बाद से पायलट के साथ उनकी अनबन की खबरें छनकर आती रही हैं। पिछले महीने हुए राज्यसभा चुनाव के बाद से ही सूबे का सियासी पारा चढ़ा हुआ है। पायलट दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। बताया जा रहा है कि ‘गहलोत सरकार अस्थिर करने’ के मामले में बयान दर्ज कराने के लिए खुद को मिले पुलिस के नोटिस से उनकी नाराजगी और बढ़ गई है।

यह नोटिस मुख्यमंत्री गहलोत को भी मिला है। यह भी अपने आप में अनोखा मामला है कि किसी राज्य की पुलिस बयान दर्ज कराने के लिए मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को नोटिस दे। नोटिस को लेकर पायलट खेमे को लग रहा है कि मुख्यमंत्री अब पुलिस को टूल के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।

>

About the author

admin administrator

Leave a Comment