मध्य प्रदेश

2019 में पुलिस 66% मामलों में ही आरोपियों को सजा दिला सकी

भोपाल। पुलिस मुख्यालय की सीआईडी शाखा ने प्रदेश में चिन्हित अपराधों में आरोपियों को कम संख्या में सलाखों के पीछे पहुंचाने की अपनी ही पोल खुद खोल दी। दरअसल सीआईडी ने एक किताब का प्रकाशन करवाया है। इस किताब में पिछले पांच साल में चिन्हित अपराधों की जानकारी दी गई है, जिसमें सबसे कम सजा वर्ष 2019 में चिन्हित अपराधों में पुलिस दिला सकी। इस किताब के आखिरी पेज पर बताया गया है कि चिन्हित अपराध योजना में प्रदेश पुलिस को ऐतिहासिक सफलता मिली है। जिसमें वर्ष 2015 से 2019 तक के आंकड़े दिए हैं। इन आंकड़ों में पुलिस की सफलता का प्रतिशत सबसे कम बताया गया है। वर्ष 2019 में चिन्हित अपराधों में पुलिस महज 66 फीसदी मामलों में ही आरोपियों को सजा दिला सकी। जबकि वर्ष 2018 में यह प्रतिशत 71 था। वर्ष 2017 में 70 प्रतिशत, वर्ष 2016 में 67 प्रतिशत और वर्ष 2015 में 72 प्रतिशत था। यानी सबसे कम सजा पिछले साल पुलिस चिन्हित अपराधों में दिला सकी। इसमें पुलिस ने माना कि वर्ष 2019 में उसकी ऐतिहासिक सफलता यह रही कि 966 मामलों को चिन्हित अपराधों की श्रेणी में रखा गया। जिनमें से 259 आरोपी दोषमुक्त हुए।

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