रायपुर
छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव और 18वें राष्ट्रीय किताब मेला का आयोजन रायपुर में 15 से 23 फरवरी तक किया जा रहा है। इस महोत्सव में देश प्रदेश के चुने हुए सौ से अधिक साहित्यकारों के अलावा हजारों पाठक तथा साठ से अधिक प्रतिष्ठित प्रकाशक अपनी किताबों का स्टॉल लगा रहे हैं। साहित्य महोत्सव और राष्ट्रीय किताब मेले का उद्घाटन 15 फरवरी को दोपहर 12 बजे देश के सुप्रसिद्ध गीतकार / शायर मुनव्वर राणा करेंगे।
पत्रकार वार्ता में संयोजक नागेन्द्र दुबे ने बताया कि छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव के लिए आयोजन समिति बनी है। छत्तीसगढ़ साहित्य महोत्सव एवं राष्ट्रीय किताब मेले का संयुक्त रुप से आयोजन किया जा रहा है। नौ दिनों तक साहित्य, संस्कृति, सिनेमा, लोककला, सम सामयिक विषयों के अनेक सत्र होंगे। जिसमें देश प्रदेश के साहित्यकार-पत्रकार- संस्कृतिकर्मी विशेषज्ञ चर्चा करेंगे। इन विषयों में किताबों की दुनिया, छत्तीसगढ़ में उर्दू लेखन, स्त्री विमर्श अस्मिता की तलाश, समाज और सिनेमा के सरोकर, संविधान और लोकतंत्र के मूल्य, समकालीन कथा, आदिवासी विमर्श, व्यंग्य लेखन, सांप्रदायिकता और सौच, नक्सलवाद और लेखन, छत्तीसगढ़ के साहित्य शिखर पुरूष, बाल साहित्य, गांधी, नेहरू और आंबेडकर विमर्श, छत्तीसगढ़ी सिनेमा, हमारा समय और विवेकानंद, सम्मेलन में छत्तीसगढ़ की विभिन्न साहित्यिक, सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं को भी मंच दिया जा रहा है। रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए जाएंगे। कुछ रंगमंच की प्रस्तुतियां तथा पुस्तकों पर भी विमर्श होंगे जिसमें इप्टा का नाटक फांस, हिमांशु बाजपेयी दास्ताने गोई, कवि सम्मेलन, मुंबई म्यूजिकल बैंड, पंदवाती, तुलसी चौरा आदि शामिल हैं।
साहित्य महोत्सव में प्रतिदिन छत्तीसगढ़ लेखक व अन्य राज्यों के शामिल होने वाले हैं, वहीं जिसमें प्रमुख रूप से लेखकों में विनोद कुमार शुक्ल, शकील हुसैन, उदयन बाजपेयी, भालचंद जोशी, गीताश्री, उर्मिलेश, हिमांशु कुमार, आशुतोष भारद्वाज, प्रेम जनमेजय, नवीन चौधरी, सत्य न्यास, फिल्म अभिनेता राजेंद्र गुप्ता, अखिलेंद्र मिश्रा, हिमानी शिवपुरी, सुस्मिता मुखर्जी, कवि अरूण कमल, कवि अजय तिवारी, भगवान दास मोर वाल, असद जैदी, ज्ञानेंद्र पति, राजेश जोशी, विवेक निराला, दिविका रमेश, देवेन्द्र मेवाड़ी आदि शामिल हैं।