रायपुर
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा कि 15 साल रमन सरकार का नारा रहा खाओ और खाने दो। जनता की आंखो में धूल झोंकने के लिये कहते थे न खाउंगा न खाने दूंगा। भ्रष्टाचार, घोटाले और कमीशनखोरी के रमन सिंह सरकार के 15 साल कभी नहीं भूलेगा छत्तीसगढ़। रमन सिंह सरकार में जो घोटाले हुये 1000 करोड़ का यह घोटाला उसी का एक नया अध्याय है। दरअसल रमन सिंह जी की सरकार घोटालों की ही सरकार थी। एनजीओ के माध्यम से प्रदेश के लाखों करोड़ रूपए सरकार ने बर्बाद कर दिए। अभी ऐसे कई मामले निकलेंगे। कांग्रेस की सरकार इन दोरंगी घोटालों को उजागर करने में लगी हुयी है।
उच्च न्यायालय के फैसले का स्वागत करते त्रिवेदी ने कहा है कि रमन सरकार का एक और घोटाला इस फैसले से उजागर हुआ है और अब जांच संभव हो पायेगी। दरअसल भाजपा का नारा था न खाउंगा, न खाने दूंगा लेकिन इसका वास्तविक सिद्धांत था खाओ और खाने दो। भाजपा की सरकार 15 वर्ष तक घोटाले, भ्रष्टाचार, कमीशनखोरी हकीकत तो ये है कि ये सारे घोटाले इनकी सरकार में हुये है और हाईकोर्ट का जो फैसला आया है। इस फैसले को रमन सिंह द्वारा रायगढ़ में भाजपा कार्य समिति की बैठक में कमीशखोरी एक साल के लिये बंद करने के आव्हन से जोड़ा जाये तो उससे स्पष्ट होगा कि ये सारी कमीशनखोरी रमन सिंह के संज्ञान में थी। मुख्यमंत्री के रूप में उनको इसका संज्ञान था और उन्होंने जानबूझकर छत्तीसगढ़ में घोटालों, भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी को पनपने दिया।
त्रिवेदी ने कहा है कि केन्द्रीय मंत्री रेणुका सिंह का बचाव करके रमन सिंह ने दरअसल अपना बचाव किया है। मोदी सरकार की मंत्री रेणुका सिंह के विभाग में छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार में मंत्री रहते हुये एक हजार करोड़ से अधिक का घोटाला हुआ है।