भोपाल
उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में राष्ट्रीय सेवा योजना की राज्य स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक हुई। बैठक में महात्मा गांधी की 150वीं जयन्ती और राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वर्णजयंती वर्ष, राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा जागरूकता गतिविधियों की विशेष पहल और नवाचारों पर चर्चा और सुझाव दिए गए।
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि आगामी 14 अप्रैल को महू में जलवायु परिवर्तन और जल संर्वधन पर आधारित राष्ट्रीय चिंतन शिविर आयोजित किया जायेगा। पटवारी ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व को बढ़ाना अति-आवश्यक है। एन.एस.एस. के उद्देश्यों को वर्तमान समय के अनुसार बदलने की आवश्यकता है। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रमाण-पत्र की उपयोगिता को और बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए कि इसका लाभ उन विद्यार्थियों को प्रोफेशनल कोर्स के एडमिशन के समय भी मिले। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रशिक्षण शिविर पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक धरोहर के प्रति जागरूकता जैसे विषय पर आधारित हो।
राज्य स्तरीय सलाहकार समिति के सदस्य मुकेश नायक ने बैठक में हर जिले में रक्तदान शिविर, राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों के परिचय-पत्र में उनके ब्लडग्रुप की जानकारी और कोई एक क्षेत्र चिन्हित कर श्रम दान करने का सुझाव दिया।
समिति के सदस्य कुणाल चौधरी ने कहा कि एनएसएस विद्यार्थियों का व्यक्तित्व-विकास समाज सेवा के माध्यम से लगातर हो रहा है, मात्र औपचारिकता से नहीं। विद्यार्थियों के बीच मंत्री भावना और चेतना जागृत करना आवश्यक है।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा हरिरंजन राव, प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति तथा कार्यक्रम समन्वयक उपस्थित थे।