पटना
अपने बगावती तेवरों के कारण जनता दल यूनाइटेड से निष्कासित हुए प्रशांत किशोर ने गुरुवार को एक बड़ा बयान दिया। पीके ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह आगामी 11 फरवरी को अपने आगे के सफर के बारे में बड़ा ऐलान करेंगे। हालांकि प्रशांत किशोर ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वह राजनीतिक जीवन में ही काम करेंगे या इस क्षेत्र से बाहर होंगे। हालांकि 11 फरवरी की तारीख इसलिए अहम है, क्योंकि इस दिन दिल्ली चुनाव के परिणामों का ऐलान भी होना है।
गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं औपचारिक रूप से 11 फरवरी को पटना में अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में आधिकारिक रूप से ऐलान करूंगा। तब तक मैं किसी से भी बात नहीं करने वाला हूं। पूर्व में यह अटकलें लगाई जा रही थीं, कि प्रशांत किशोर ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस या किसी अन्य पार्टी का हाथ थाम सकते हैं। हालांकि प्रशांत ने ऐसी किसी भी संभावना से इनकार किया। वहीं लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव ने राष्ट्रीय जनता दल की ओर से कहा है कि प्रशांत किशोर अगर चाहें तो वह हमारी पार्टी के साथ आ सकते हैं।
दिल्ली के परिणाम से जोड़कर देखा जा रहा बयान
प्रशांत किशोर के इस बयान को दिल्ली के चुनाव परिणामों से जोड़कर देखा जा रहा है। जेडीयू ने निष्कासित प्रशांत किशोर ने कुछ वक्त पहले राजनीतिक रणनीतिकार के रूप में दिल्ली चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी के साथ हाथ मिलाया था। प्रशांत दिल्ली चुनाव में अरविंद केजरीवाल के चुनावी कैंपेन में जुटे हुए है। 8 फरवरी को दिल्ली के चुनाव का मतदान होना है और 11 फरवरी को वोटों की गिनती कराई जानी है। ऐसे में यह माना जा रहा है कि प्रशांत दिल्ली चुनाव के परिणामों के बाद अपने राजनीतिक भविष्य के विषय में बड़ा ऐलान कर सकते हैं।
पीके ने लिखा- कुर्सी बचाने के लिए शुभकामनाएं
इससे पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप के बाद जेडीयू से निष्कासित होकर पीके ने अपने ट्वीट में लिखा, 'धन्यवाद नीतीश कुमार। बिहार के मुख्यमंत्री की कुर्सी बचाए रखने के लिए आपको मेरी शुभकामनाएं। भगवान आपका भला करें।' उधर, पवन वर्मा ने करीब एक घंटे बाद ट्वीट कर लिखा, 'शुक्रिया नीतीश कुमार जी, आपको और आपकी नीतियों का बचाव करने की मेरी अस्थिर पोजीशन से मुझे मुक्त करने के लिए।' उन्होंने आगे लिखा, 'मैं आपको हर कीमत पर बिहार का मुख्यमंत्री बने रहने की आपकी महत्वाकांक्षा के लिए कामना करता हूं।'