मध्य प्रदेश

भोपाल हथाईखेड़ा मेंं 100 बिस्तरों का अस्पताल शुरू

100 bedded hospital started in Bhopal Hathaikheda
100 bedded hospital started in Bhopal Hathaikheda

100 bedded hospital started in Bhopal Hathaikheda

गोविंदपुरा विधायक ने 20 करोड़ की लागत से बने नए अस्पताल भवन का लोकार्पण किया
100 bedded hospital started in Bhopal Hathaikheda: भोपाल. राजधानी भोपाल के आनंद नगर हथाईखेड़ा में 20 करोड़ की लागत से 100 बेड का सरकारी अस्पताल बनकर तैयार हो गया। इस अस्पताल को बनाने का सपना पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने देखा था, आज बाबूजी हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनका सपना साकार हो गया। यह बात शुक्रवार को गोविंदपुरा विधानसभा क्षेत्र की विधायक कृष्णा गौर ने अस्पताल भवन के लोकार्पण अवसर पर कही। उन्होंने कहा कि गोविंदपुरा में शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधा यहां के लोगों को मिलने लगी है। सरकारी अस्पताल भवन के लोकार्पण अवसर पर वार्ड 62 के पार्षद राजेश चौकसे, शिरोमणि शर्मा, बी शक्ति राव, मधु संजय सिवनानी, छाया ठाकुर सहित बड़ी संख्या में स्थानीय रहवासी और भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दो एकड़ जमीन पर बनाया गया अस्पताल
राज्य सरकार की हरी झंडी के बाद यह अस्पताल 2 एकड़ जमीन पर बनकर तैयार हो गया है। शुक्रवार को विधायक कृष्णा गौर द्वारा लोकार्पण के बाद यहां मरीजों को सुविधाएं मिलना शुरू हो गई हैं। अस्पताल शुरू होने से भेल क्षेत्र को चिकित्सा के क्षेत्र में एक बड़ी सौगात मिली है।

बता दें कि पूर्व में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग मंत्रालय ने जिला चिकित्सालय एवं सिविल अस्तपाल भवनों के निर्माण व उन्नयन कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति दी थी, जिसके बाद गोविंदुपरा में 100 बिस्तरों का नवीन सिविल अस्पताल भवन का निर्माण पूरा हो सका है। इस अस्पताल के बनने से विधानसभा क्षेत्र की लगभग 5 लाख से ज्यादा की आबादी को इसका लाभ मिलेगा।

अब इलाज के लिए 10 से 20 किमी दूर जाना नहीं पड़ेगा
गोविंदपुरा विधान सभा क्षेत्र के लोगों को सौ बिस्तरों का बड़ा अस्पताल खोलने की मांग पिछले 40 साल से कर रहे थे। इस क्षेत्र के कई गांवों के लोग प्राइवेट नर्सिंग होम में महंगा इलाज करा रहे हैं। साथ ही उन्हें 10 से 20 किमी दूर हमीदिया और जेपी अस्पताल जाना पड़ता था, जिससे रहवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। इस अस्पताल के खुलने से लाखों लोगों को फायदा होगा।

कस्तूरबा में होता है सिर्फ भेलकर्मियों का इलाज
गोविंदुपरा क्षेत्र में एक मात्र भेल का कस्तूरबा अस्पताल है। वहां भी सिर्फ भेल के कर्मचारियों का इलाज होता है। इसके अलावा एक बीमा अस्पताल है, जहां डॉक्टर और संसाधानों की खासी कमी है। इस वजह से गोविंदपुरा क्षेत्र के रहवासी एक सर्वसुविधा युक्त सरकारी अस्पताल खोलने की मांग कर रहे थे, जो शुकव्रार को पूरी हो गई है। जहां अब आम नागरिकों को नि:शुल्क इलाज मिल सकेगा।

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