भोपाल
प्रदेश के एक दर्जन से अधिक डॉक्टर लंबे समय से बिना बताए नौकरी से गायब है। अब स्वास्थ्य विभाग ने इन सभी को नोटिस थमाए है।इन सभी की नौकरी पर संकट के बादल मंडरा रहे है। गायब रहने का संतोषजनक जवाब नहीं देने पर इन्हें नौकरी से हटाने का निर्णय लिया जाएगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सीहोर जिले के बिलकिसगंज विकासखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ संजीव सिंह रघुवंशी 8 अगस्त 2018 से बिना आवेदन दिए एवं बिना अवकाश मंजूर कराए लगातार गायब है। धार जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र उमरबन विकासखंड बाकानेर में पदस्थ तत्कालीन सहायक शल्य चिकित्सक डॉ सुधीर चंद्र जोशी का दस जुलाई 2017 को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सौरवा जिला झाबुआ तबादला किया गया था। इसके लिए उन्हें 24 अप्रैल 2008 को कार्यमुक्त किया गया लेकिन उन्होंने नए तबादला स्थल पर कार्यभार ग्रहण ही नहीं किया। ना ही अनुपस्थिति के लिए कोई आवेदन दिया गया। बाद में 21 अप्रैल 2019 को उनके आवेदन पर शासन ने उन्हें ज्वाइन कराया लेकिन अनुपस्थिति की अवधि में बिना अनुमति दूसरी जगह कार्य करने पर उनकी विभागीय जांच शुरु की जाएगी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आरोन जिला गुना में पदस्थ शिशु रोग चिकित्सक डॉ आरके नय्यर सितंबर 2018 से बिना पूर्व अवकाश के अनाधिकृत रुप से गायब है। उनकी भी विभागीय जांच शुरु की जा रही है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रीठी में पदस्थ डॉ विनीत कुमार गुप्ता 31 मार्च 94 से बिना बताए अनाधिकृत रुप से गायब है। उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किए गए लेकिन इसका कोई जवाब उन्होंने नहीं दिया। इसलिए अब उनकी विभागीय जांच शुरु की गई है। टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में पदस्थ मेडिकल आॅफीसर डॉ स्वाति चंदेल 22 अक्टूबर 2011 से बिना बताए नौकरी से गायब है। उन्हें दिए गए नोटिस पर जवाब नहीं आने पर उनकी भी विभागीय जांच शुरु की गई है। टीकमगढ़ जिला चिकित्सालय में पदस्थ डॉ राघवेन्द्र सिंह गौर 22 अक्टूबर 2011 से बिना बताए लगातार अनाधिकृत रुप से नौकरी से गायब है। इनकी विभागीय जांच शुरु की गई है।
विदिशा जिले के जन चिकित्सालय बासौदा में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ योगेन्द्र सिंह बाडिया 21 जुलाई 2011 से बिना बताए गायब है। सीहोर जिले के सिविल अस्पताल आष्टा में पदस्थ चिकित्सा अधिकारी डॉ अश्विनी कुमार पटेल 18 जून 2011 से बिना बताए काम से गायब है। इन सभी को नोटिस जारी होंने के बाद इनके जवाब नहीं मिलने पर अब इनके खिलाफ विभागीय जांच शुरु की गई है।
बड़वानी के जिला अस्पताल में पदस्थ महिला सहायक शल्य चिकित्सक डॉ मनीषा सक्सेना 26 जनवरी 2011 से बिना किसी पूर्व सूचना एवं बिना सक्षम अधिकारी की अनुमति के अनाधिकृत रुप से अनुपस्थित है। उन्होंने मौखिक रुप से स्वास्थ्य खराब होंने के कारण अनुपस्थिति की जानकारी दी। इसके बाद उनके आवेदन पर सुनवाई के बाद उन्हें नौकरी में वापस रख लिया गया है।