भोपाल
राज्य सरकार ने अब स्वच्छ भारत अभियान में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों को शामिल करने की दिशा में फोकस करते हुए सभी निकायों के नगर निगम आयुक्तों और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे रोजाना सुबह छह बजे से नौ बजे तक अपने नगरीय निकाय में फील्ड पर रहेंगे और सफाई व्यवस्था की निगरानी करेंगे। सभी अधिकारी हर दिन किसी एक रूट चार्ट का पर्यवेक्षण करेंगे और घर-घर वाहन पहुंचाने की व्यवस्था का परीक्षण करेंगे।
भ्रमण के दौरान वे स्थानीय रहवासियों और जनप्रतिनिधियों से कचरा बाहर न फेकने और गाड़ियों में गीला-सूखा कचरा अलग-अलग देने के संबंध में चर्चा करेंगे साथ ही स्थानीय स्तर पर जनसामान्य का फीड बैक लेकर व्यवस्था को उन्नत करने की दिशा में काम करेंगे। हफ्ते में एक दिन प्रसंस्करण या निपटान स्थल पर पहुंचने वाले वाहनों में गीले एवं सूखे कचरे की मात्रा का मूल्यांकन तथा ट्रांसफर स्टेशन की व्यवस्था का पर्यवेक्षण और सुधार के निर्देश देंगे।
प्रात:कालीन भ्रमण के दौरान अधिकारी जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर जनसमस्याओं की जानकारी लेंगे। जलप्रदाय, सीवेज, सेप्टिक टेंक ओवर फ्लो, मलवे का यहां-वहां पड़ा रहना, हरियाली विकास, सड़क के गढ्ढों की भराई का त्वरित निराकरण भी कराएंगे।
शहरी क्षेत्रों के सभी बाजारों में रात्रिकालीन सफाई व्यवस्था सही चल रही है या नहीं यह देखेंगे। भमण के दौरान अधिकारी यह तय करेंगे कि उपस्थित सफई मित्र, कर्मचारी निर्धारित स्थलों पर सुबह सात बजे से काम प्रारंभ कर दे और वाहन चालक इससे पूर्व में उपस्थित रहेंगे। सभी कचरा संग्रहण वाहन अपने रुट पर तय समय पर डीजल लेकर प्रस्थान करेंगे। हर वाहन के साथ एक हेल्पर रहेगा। घनी आबादी वाहे क्षेत्रों, व्यावसायिक क्षेत्रों, धार्मिक महत्व के क्षेत्रों और प्रमुख चौराहे को साप्ताहिक पर्यवेक्षण में शामिल करेंगे।
नगर में खुले में शौच वाले स्थानों जैसे नदी, तालाब के किनारे, बाहरी स्थानों में खुले में शौच तो नहीं हो रहा है इस पर भी नजर रखेंगे। बस स्टैण्ड, रेलवे स्टेशन, व्यावसायिक क्षेत्रों में सार्वजनिक शौचालयों का निरंतर पर्यवेक्षण करेंगे और ओडीएफ प्लस के मानदंडोें का क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंंगे।