अलीगढ़
अलीगढ़-मुरादाबाद स्टेट हाईवे पर नमाज पढ़ने के मामले में पुलिस ने 18 एएमयू छात्र समेत 20 को नामजद करते हुए 600 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। नामजदों की तलाश के साथ ही अज्ञात की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज, वीडियो व फोटो आदि को आधार बनाया है।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में स्टेट हाईवे पर रविवार से धरना चल रहा है। बुधवार दोपहर 12 बजे धरने पर टेंट लगाने को लेकर छात्रों व पुलिस की नोकझोंक भी हो गई थी। पुलिस ने टेंट नहीं लगने दिया था। इसके विरोध में शाम करीब सात बजे धरनास्थल पर प्रदर्शनकारियों की संख्या बढ़ने लगी। छात्र-छात्राओं के अलावा स्थानीय महिलाएं भी मुरादाबाद स्टेट हाईवे के बीच दरी व गद्दे बिछाकर बैठ गई थीं।
पुलिस ने हाईवे पर जाम खुलवाने का प्रयास किया लेकिन छात्र मानें और नोकझोंक करने लगे थे। इस दौरान दिन की आखिरी (ईशा) की नमाज का समय हो गया। छात्र-छात्राओं व महिलाओं ने नमाज के लिए अजान लगते ही स्टेट हाईवे पर ही नमाज पढ़ना शुरू कर दिया था। नमाज के बाद प्रदर्शनकारियों ने हाईवे से उठकर नजदीक ही बैठ गए थे। इसके चलते दो पहिया वाहनों की आवाजाही तो शुरू हो गई थी, लेकिन बड़े वाहनों के लिए आधी रात बाद ही जाम खुल पाया था।
13 मुकदमों की जांच को एसआईटी गठित
सीएए के विरोध में धरने पर बैठी महिलाओं को हटाने में पिछले दिनों हुए बवाल में दर्ज सभी 13 मुकदमों की जांच के लिए गुरुवार को एसएसपी ने एसआईटी गठित कर दी। एसपी क्राइम की अगुवाई में बनी एसआईटी में पांच इंस्पेक्टर व चार एसआई शामिल किए गए हैं। टीम ने सभी थानों से दर्ज किए गए मुकदमों का ब्योरा जुटाना शुरू कर दिया है।
रविवार को हुए बवाल के बाद कोतवाली पुलिस ने अपनी ओर से ऊपरकोट में बवाल, बाबरी मंडी में बवाल, सब्जीमंडी में जाम लगाकर बिना प्रदर्शन करने, स्ट्रीट लाइट तोड़ने व टूटी स्ट्रीट लाइट चोरी करने के मामले में अलग-अलग छह मुकदमे दर्ज किए थे। जबकि चरखवालान में बिना अनुमति धरना देने के मामले में देहली गेट पुलिस ने केस दर्ज किया था। इसमें महिलाओं समेत तकरीबन 100 से अधिक नामजद जबकि दो हजार से ज्यादा अज्ञात शामिल थे। इसके अलावा तुर्कमान गेट में मंदिर पर पथराव करने के मामले में भी 600 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था।