भोपाल
प्रदेश के लोगों की सुरक्षा और सहायता में दिन रात तैनात रहने वाली पुलिस भी अब आंदोलन करने को मजबूर है| पुलिसकर्मियों ने सोशल मीडिया पर बाकायदा आंदोलन खड़ा किया है| सोशल मीडिया पर #मध्यप्रदेशपुलिससुधार नाम से कैंपेन चलाया जा रहा है| अब पुलिस परिवार अपनी मांगों को लेकर भोपाल के लाल परेड मैदान में एकत्रित होकर प्रदर्शन करेंगे| वचन पत्र में किये गए वादे, वेतन भत्ते, गृह जिले में पोस्टिंग समेत अन्य मांगों को लेकर पुलिसकर्मियों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है|
दरअसल, सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने अपने वचन पत्र में पुलिसकर्मियों के लिए अनेक वादे किये थे| जिसमे पुलिसकर्मियों को अनिवार्य रूप से साप्ताहिक अवकाश दिए जाने के अलावा अन्य बिंदु थे| लेकिन साप्ताहिक अवकाश भी अब तक पूर्ण रूप से लागू नहीं हो पाया| इसके पीछे पुलिस बल की कमी का हवाला दिया जाता है| वचन पत्र के वादे और अन्य मांगों को लेकर अब पुलिस परिवार आंदोलन की राह पर है| सोशल मीडिया पर कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर कैंपेन चलाया जा रहा है, जिसमे प्रदेश भर के पुलिस विभाग के कमर्चारी जुड़ रहे हैं अब 15 अक्टूबर को लाल परेड ग्राउंड में प्रदर्शन की तैयारी है| पुलिसकर्मी जो कि अनुशासन में बंधे होते है और खुलकर आंदोलन करने में हिचकिचाते हैं, उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है, उनकी मांगों पर सरकार ध्यान दे और जल्द से जल्द पूरा करे| पूर्व की शिवराज सरकार में भी इस तरह की स्तिथि बनी थी जब पुलिस परिवार ने आंदोलन की राह पकड़ी थी, लेकिन अफसरों के आश्वासन पर यह आंदोलन टल गया| इसके बाद सरकार बदली लेकिन पुलिस परिवार को आज भी अपनी मांगों को पूरा होने का इन्तजार है|
सोशल मीडिया पर की जा रही यह मांग
-आरक्षक का ग्रेड 2800 किया जाए
-आरक्षक का गृह जिला स्थानांतरण किया
-समस्त प्रकार के वेतन भत्ते बढ़ाई जाए
-आवास भत्ता 5000 किया जाए
-गृह जिले में पदस्थापना की जाए
-आठ घंटे की ड्यूटी की जाए
-विशेष सशत्र बल की कंपनियों को स्थायी किया जाए
-पुलिस अधिनियम 1861 को समाप्त किया जाए
-मोटर साईकिल भत्ता तीन हजार दिया जाए
-अन्य मांगें भी हैं जिन्हे पूरा किया जाए