नई दिल्ली
दिल्ली में हिंसा को लेकर राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की ओर से बीजेपी को दिए गए राजधर्म की सीख पर आज पार्टी ने जोरदार पलटवार किया। केंद्रीय कानून मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने सोनिया गांधी और प्रिंयका गांधी पर लोगों को उत्तेजित करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस हमें राजधर्म पर भाषण ना दे और राजधर्म के आइने में अपना चेहरा देखे।
रविशंकर प्रसाद ने याद दिलाया कि पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने युगांडा विस्थापितों को नागरिकता दी और पूर्व पीएम राजीव गांधी ने श्रीलंका से आए तमिलों को शरण दिया। प्रसाद ने सीएए पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत के रुख का जिक्र करते हुए कांग्रेस पार्टी को घेरा।
रविशंकर प्रसाद ने कहा, 'मनमोहन सिंह जी वाजपेयी सरकार के दौरान तब के गृहमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी जी से संसद में धार्मिक रूप से प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने की अपील की थी। अशोक गहलोत शिवराज पाटिल और आडवाणी जी को को खत लिखा करते थे। तरुण गोगाई ने किया। अब यह कौन सा राजधर्म है कि सब पलट गए?'
रविशंकर ने पूछा, 'क्या मनमोहन सिंह जी ने जो मांग की थी वह गलत था? राजीव और इंदिरा जी ने जो किया वह गलत था? गहलोत जो कह रहे थे वह गलत था? यह कौन सा राजधर्म है। आपने कदम उठाया था, लेकिन 10 साल में इसे पूरा नहीं किया, हमने किया।'
'आर-पार की लड़ाई'
रविशंकर प्रसाद ने सीएए के खिलाफ रामलीला मैदान में आयोजित रैली में सोनिया गांधी की भाषण का जिक्र करते हुए कहा, 'सोनिया जी आप अपनी टिप्पियों को देखिए रामलीला मैदान मे क्या कहा था कि अब इस पार या उस पार की लड़ाई होगी। यह उत्तेजना नहीं है तो और क्या है? आर-पार का मतलब है कि संवैधानिक मर्यादा से अलग। आपने उत्तेजना लोगों में क्यों फैलाई? यह कौन सा राजधर्म है? प्रियंका गांधी ने कहा, आज यदि हम चुप रहे तो नष्ट हो जाएगा बाबा साहब का संविधान। उत्तेजना किसने फैलाई?
'एनपीआर पर भी पलटे'
कानून मंत्री ने कहा कि 15 मार्च 2010 को यूपीए सरकार ने एनपीआर का नोटिफिकेशन जारी किया। मनमोहन सिंह पीएम थे, चिंदबरम गृहमंत्री और सोनिया गांधी यूपीए चेयरपर्सन। आपने इसे शुरू किया, देश के लिए अच्छा है। आप करें तो ठीक हम उसी बात को करें तो लोगों को उकसाया जाए? यह कौन सा राजधर्म है?
'तब चुप क्यों थी कांग्रेस?'
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि शाहीन बाग में कांग्रेस पार्टी के नेता गए, एक ने मोदी जी को कातिल कहा, जिन्ना वाली आजादी का साथ दिया। बच्चों को मोदी के खिलाफ हिंसा के लिए उकसाया था? आपकी पार्टी चुप रही, हमें राजधर्म मत सिखाइए। अपने राजधर्म के आईने में अपना चेहरा देखे कांग्रेस पार्टी। राजधर्म के नाम पर लोगों को उकसाया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी को देश की सद्भाभावना पर सोचना चाहिए। क्या कांग्रेस पार्टी ने तब कुछ कहा जब असम को काटने की बात हो रही थी या हिंदु-मुस्लिम गिने जा रहे थे।'
क्या कहा था मनमोहन सिंह ने?
मनमोहन सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों के भीतर दिल्ली में जो कुछ भी हुआ है वो बहुत चिंताजनक और राष्ट्रीय शर्म का विषय है। यह हालात को नियंत्रित रखने में केंद्र सरकार की पूरी विफलता का प्रमाण है। सिंह ने कहा कि हमने राष्ट्रपति से कहा है कि वह सरकार से ‘राजधर्म’ का पालन करने के लिए कहें।