इटावा।
सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में उस वक्त हड़कंप मच गया जब एमडी सेकेंड ईयर की छात्रा ने हॉस्टल में फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़कर शव को नीचे उतारा। शनिवार से छात्रा का फोन बंद और लाश से बदबू आने पर आशंका है कि मौत तीन दिन पहले हुई है। पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है।
गाजियाबाद में वकील कॉलोनी-76 निवासी लोहा कारोबारी व भाजपा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष केके शुक्ला की बड़ी बेटी वंदना शुक्ला सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में एमडी द्वितीय वर्ष की छात्रा थीं। वह टाइप टू हॉस्टल के ए ब्लॉक के फ्लैट नंबर तीन में अकेली रहती थीं। शनिवार को वंदना अपनी क्लास में नहीं पहुंचीं तो प्रोफेसर ने उनके परिजनों को फोन कर जानकारी दी। परिवारवालों ने देर शाम से लेकर रविवार को सारा दिन फोन किया लेकिन वंदना का मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा। घबराए परिजनों ने विवि के अधिकारियों को सूचना दी। रविवार शाम को कॉलेज का स्टाफ वंदना के कमरे पर पहुंचा तो दरवाजा अंदर से बंद था। इस दौरान परिवार के लोग भी आ गए। काफी आवाजें देने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला तो रात को पुलिस की मदद से उसे तोड़ा गया। अंदर का नजारा देख हर किसी के होश उड़ गए। वंदना का शव फंदे से लटक रहा था।
पुलिस ने तलाशी ली लेकिन कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे उसकी हत्या या अन्य कारण समझ में आ रहा हो। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत की वजह फांसी आई है। इसके बाद परिवार के लोग शव लेकर गाजियाबाद चले गए। एसएसपी ने मामले की जांच चकरनगर सीओ एसएन वैभव पांडे को सौंपी है। मालूम हो कि दो महीने पहले यहीं पढ़ने वाली पीजी सेकेंड ईयर की छात्रा शैलजा सचदेवा ने भी कमरे में सल्फास खाकर खुदकुशी का प्रयास किया था। लुधियाना की शैलजा कई दिन तक आईसीयू में भर्ती रही थी।