नई दिल्ली
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म होने के बाद से बौखलाए पाकिस्तानी आतंकी देश में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। बेहद विश्वस्नीय सूत्रों की मानें तो करीब एक दर्जन आतंकी राजधानी दिल्ली में मौजूद हैं। खुफिया सूत्रों का कहना है कि पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में बैठे आतंक के आकाओं ने जैश-ए-मोहम्मद के तीन से चार प्रशिक्षित ग्रुप को 'करो या मरो' का टास्क देकर दिल्ली, कश्मीर और पंजाब भेजा है। खुफिया एजेंसियों ने आतंकियों की बातचीत के जो कोड इंटरसेप्ट किए हैं, उनमें 'दिवाली के पटाखे', 'कश्मीरी सेबों की दिल्ली में सप्लाई' जैसी बातें शामिल हैं।
दिल्ली की तबाही का सीक्रेट प्लान पांच दिन पहले करीब 900 किलोमीटर दूर कश्मीर में सेब के बाग में तैयार हुआ है। इसका खाका जैश के जम्मू कश्मीर कमांडर अबु उस्मान ने तैयार किया और सीक्रेट प्लान का नाम दिया गया है 'डी'। खुफिया एजेंसियों से जारी अलर्ट में इस बारे में स्पेशल इनपुट दिया गया है। खुफिया सूत्रों के अनुसार कश्मीर के बांदीपुरा जिले में सेब के बाग में पांच दिन पहले जैश के पाक प्रशिक्षित आतंकियों की सीक्रेट मीटिंग हुई। जिसमें अबु उस्मान ने दावा किया, 'हमारे भाई इन जगहों पर पहले ही पहुंच चुके हैं। इस मीटिंग में एक पाकिस्तानी और दो कश्मीरी आतंकी मौजूद थे। अबु उस्मान के पास एक स्नाइपर राइफल थी, जबकि बाकी तीन आतंकियों के पास एके-47, पिस्टल और हैंड ग्रेनेड मौजूद थे।
खुफिया एजेंसी को 5 दिन पहले मिली जानकारी
खुफिया एजेंसियों को इसकी जानकारी करीब 5 दिन पहले ही हाथ लग चुकी थी। जैश का कमांडर अबू उस्मान ने अपने OGWs 'ओवर ग्राउंड वर्कर्स' के साथ बांदीपुरा इलाके में मीर मोहल्ला के एक सेब के बाग में मीटिंग की थी। मीटिंग में उसने खुशी जाहिर करते हुए कहा था कि कश्मीर के लोग जल्द ही एक अच्छी खबर सुनेंगे और यह खबर जम्मू और दिल्ली में बड़े धमाके की होगी। इस मीटिंग में अबु उस्मान ने दावा किया, हमारे भाई इन जगहों पर पहले ही पहुंच चुके हैं। मीटिंग में एक पाकिस्तानी और दो कश्मीरी आतंकी मौजूद थे। इस इनपुट को जम्मू कश्मीर पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ और दिल्ली पुलिस के साथ साझा किया गया है।
दिल्ली में सुरक्षा एजेंसी अलर्ट पर
अलर्ट मिलने के बाद सुरक्षा बढ़ाने के आदेश जारी किए गए हैं और खुफिया जानकारी जुटाने के आदेश जारी किए गए हैं। अलर्ट मिलने के बाद स्पेशल सेल ने दिल्ली में कई इलाकों में सर्च अभियान चलाया था। सभी जिला डीसीपी, एसीपी, एसएचओ आगाह किया गया। साथ ही उत्तर भारत के सभी एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट कर दिया गया है। दिल्ली में जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों के घुसने के बाद से सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर हैं। मिल रही जानकारी के मुताबिक जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटने के बाद बौखलाए आतंकी त्योहारों पर हमला करने की योजना बना रहे हैं।
खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकियों में कश्मीरी, अफगानी और दो पाकिस्तानी युवक शामिल हैं। इनकी टोली में फिदायीन भी हैं। आत्मघाती दस्ते को सुरक्षित रास्तों से घुसपैठ कराई गई है। इनके निशाने पर मुख्य रूप से पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के काफिला हैं। ये पुलवामा जैसे धमाके, कंधार की तरह विमान अपहरण कांड और मुंबई जैसे हमले का टारगेट लेकर आए हैं। भीड़भाड़ वाली जगहों और महत्वपूर्ण लोगों के अलावा सैन्य ठिकानों को भी निशाना बनाने की कोशिश हो सकती है। इनमें दिल्ली, हिंडन एयरबेस, जम्मू, पठानकोट, श्रीनगर और लेह पर आतंकी नजर है।
5 अगस्त से हमले की फिराक में आतंकी
बताया जा रहा है कि 5 अगस्त के बाद से ही जैश अपने फिदायीन हमलावरों को सीमापार कराने की कोशिश में जुटा हुआ है। आर्मी चीफ भी घुसपैठ की बात मान चुके हैं। जैश का एक आतंकी ग्रुप जम्मू-कश्मीर के कमांडर अबू उस्मान के ट्रेंड आतंकियों के साथ है। उसके जरिए ही जैश बड़े पैमाने पर जम्मू और दिल्ली में तबाही मचाना चाहता है। इन आतंकियों के दिल्ली पहुंचने के इनपुट के बाद से ही सुरक्षा को लेकर विशेष चौकसी बरती जा रही है।