मुंबई
शेयर बाजारों में पिछले 2 दिनों से जारी तेजी पर शुक्रवार को विराम लग गया और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 336 अंक लुढ़ककर बंद हुआ। जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) वृद्धि आंकड़े आने से पहले निवेशक सतर्क दिखें। तीस शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार के दौरान 466 अंक तक लुढ़क गया। हालांकि बाद में कुछ सुधार हुआ और अंत में यह 336.36 अंक यानी 0.82 प्रतिशत टूटकर 40,793.81 अंक पर बंद हुआ।
नैशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 95.10 अंक यानी 0.78 प्रतिशत की गिरावट के साथ 12,056.05 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में यस बैंक को सर्वाधिक नुकसान हुआ। बैंक का शेयर 2.50 प्रतिशत नीचे आया। उसके बाद क्रमश: एचयूएल (2.37 प्रतिशत), महिंद्रा ऐंड महिंद्रा (2.12 प्रतिशत), एसबीआई (2.03 प्रतिशत), टाटा मोटर्स (2.03 प्रतिशत) तथा वेदांता (1.97 प्रतिशत) का स्थान रहा।
दूसरी तरफ भारती एयरटेल, एचडीएफसी बैंक और एनटीपीसी लाभ में रहे। विशेषज्ञों के अनुसार दूसरी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर पहली तिमाही के मुकाबले नीचे रह सकती है। वैश्विक बाजारों के कमजोर रुख से भी बाजार धारणा प्रभावित हुई। एशिया के अन्य बाजारों में हॉन्ग कॉन्ग (चीन), तोक्यो (जापान), कोस्पी और सोल (दक्षिण कोरिया) नुकसान में रहे। हॉन्ग कॉन्ग में लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शन को अमेरिकी कानून के जरिए समर्थन देने से अमेरिका और चीन के बीच जल्दी व्यापार समझौता होने की उम्मीद को झटका लगा है। यूरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआती कारोबार में तेजी दर्ज की गई।