भागलपुर
भागलपुर के चर्चित सृजन घोटाले के मामले में कल्याण कार्यालय के दो तत्कालीन नाजिर पर आरोप पत्र गठित किया गया है। आरोप पत्र में कर्मचारियों के कार्यकाल के दौरान हुई अवैध निकासी की जानकारी दी गई है।
अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग के निदेशक ने चार नवम्बर को पत्र भेजकर पांच तत्कालीन नाजिर और प्रधान सहायक के विरुद्ध आरोप पत्र गठित करने का निर्देश दिया था। विभाग के निर्देश पर जिला कल्याण पदाधिकारी सुनील कुमार शर्मा ने तत्कालीन प्रधान नाजिर रामप्रवेश पासवान और महेश मंडल के विरुद्ध आरोप पत्र गठित किया है। पासवान भागलपुर कल्याण कार्यालय में 13 सितम्बर 2007 से 31 मार्च 2010 तक पदस्थापित थे।
उनके कार्यकाल में 12 करोड़ 20 लाख 64 हजार रुपये की अवैध निकासी हुई थी। पासवान 31 जुलाई 2016 को पूर्णिया कल्याण कार्यालय से अवकाश ग्रहण कर चुके हैं। पूर्व नाजिर महेश मंडल की न्यायिक हिरासत में मौत हो चुकी है। उनके कार्यकाल में 218 करोड़ रुपये की अवैध निकासी हुई थी। प्रधान सहायक कमल किशोर सिन्हा समाहरणालय वर्ग के कर्मचारी हैं। उनके विरुद्ध कार्रवाई के लिए कल्याण कार्यालय स्थापना शाखा को पत्र भेजेगा। सिन्हा जनवरी 2000 से दिसंबर 2000 तक कल्याण कार्यालय में पदस्थापित थे।
प्रधान सहायक विजय पोद्दार के कार्यकाल में तीन करोड़ 58 लाख 14 हजार रुपये की अवैध निकासी हुई थी। पोद्दार अगस्त 2007 से जून 2008 तक कल्याण कार्यालय में पदस्थापित थे। उनका स्थानांतरण पूर्णिया उपनिदेशक कल्याण में हो गया था। पूर्णिया से आरोप पत्र गठित करने के लिए कागजात मांगा गया है। तत्कालनी प्रधान सहायक एसएम रिजवानुल से संबंधित कागजात मुंगेर कल्याण कार्यालय से मांगा गया है। वह जनवरी 2001 से अक्टूबर 2004 तक भागलपुर में पदस्थापित थे। जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि दो के विरुद्ध निदेशक को आरोप पत्र की प्रति भेजी जा रही है।