पटना
डरा-धमका कर कारीगर से वसूली करनेवाले चार पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक सिविल जमादार अर्जुन प्रसाद और तीन सिपाही हैं। सिपाहियों के नाम गोपाल कुमार, पंकज और कमलनंद किशोर है। घटना सीतामढ़ी जिले के टाउन थाना की है। पुलिसकर्मियों ने 31 अगस्त की रात चेकिंग के दौरान सोना-चांदी के कारीगर सचिन दिलीप खारगे से चार किलोग्राम चांदी जबरन ले ली थी।
थाना चलने की धमकी देकर पहले डराया
सचिन दिलीप खारगे मूलत: महाराष्ट्र के रहनेवाले हैं। फिलहाल वह सीतामढ़ी में रहते हैं और उनका काम सोने-चांदी के जेवर बनाना है। 31 अगस्त की रात वह अपने बाइक से घर लौट रहे थे। उनके पास 12 किलोग्राम चांदी थी। टाउन थानाक्षेत्र में चार पुलिसकर्मियों ने उन्हें चेकिंग के नाम पर रोका। चांदी देखकर पुलिसवालों ने थाना चलने को कहा। इसपर वह डर गए। इसके बाद रुपए की मांग की गई। उन्होंने कहा कि मेरे पास रुपए नहीं हैं तो पुलिसवालों ने एक-एक किलो चांदी देने को कहा। आखिरकर डरा-धमाकर पुलिस वालों ने उनसे चार किलो चांदी की वसूली कर ली।
दो पुलिसवालों ने हड़प लिया पूरा माल
जबरन वसूली का यह मामला बेहद दिलचस्प है। वसूली करनेवाले चार पुलिसकर्मियों में दो ने पूरी चांदी हड़प ली। पुलिसकर्मियों ने एक-एक किलो के हिसाब से चार किलो चांदी लिया था पर उसे दो पुलिसकर्मियों ने ही मिलकर हड़प लिया। बाकी के दो को इसमें हिस्सेदारी नहीं मिली।
ज्वेलर्स एसोसिएशन ने की थी शिकायत
पुलिसकर्मियों द्वारा वसूली के इस मामले की शिकायत वरीय पुलिस अधिकारियों से की गई। वहीं ज्वेलर्स एसोसिएशन ने इसकी जानकारी डीजीपी गुप्तेश्वर पाण्डेय को दी। जांच शुरू हुई तो पीड़ित ने अंदाज पर एक सिपाही का नाम बताया। उससे पूछताछ हुई और सामने लाया गया। पर सचिन ने साफ कर दिया कि वसूली करनेवालों में वह नहीं था। जांच को आगे बढ़ाया गया तो सिविल जमादार अर्जुन प्रसाद, सिपाही गोपाल कुमार, पकंज और कमलनंद किशोर का नाम सामने आया। तलाशी में चार किलो चांदी भी बरामद हो गई। सीतामढ़ी पुलिस ने चारों पुलिसकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया।