नई दिल्ली
संशोधित नागरिकता कानून (CAA) और नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग समेत विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन चल रहे हैं। प्रदर्शनों पर लोगों का अपना-अपना मत है। कोई इसे लोकतंत्र को मजबूत करने वाला तो, कोई कमजोर करनेवाला घटनाक्रम बता रहा है। इस बीच खबर है कि प्रदर्शनों का असर लोकतंत्र के उत्सव यानी चुनाव पर भी होनेवाला है। दिल्ली में 8 फरवरी को वोटिंग है, लेकिन प्रदर्शनकारी शाहीन बाग समेत बाकी इलाकों से हटने को तैयार नहीं हैं। ऐसे में चुनाव आयोग ने वोटिंग में लोगों की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए वैकल्पिक रास्ते तलाशने के निर्देश दिए हैं।
25 मतदान केंद्र प्रभावित, 20 सिर्फ शाहीन बाग में
खबरों के मुताबिक, चुनाव आयोग की तरफ से ऐसा निर्देश दिल्ली पुलिस को दिया गया है। चुनाव आयोग की नजर में ऐसे 25 से ज्यादा मतदान केंद्र हैं, जो प्रदर्शनों की वजह से प्रभावित होंगे। इनमें से 20 सिर्फ शाहीन बाग में हैं। बता दें कि दिल्ली में शाहीन बाग के अलावा जाफराबाद, मुस्तफाबाद, तुर्कमान गेट, खुरेजी, इंद्रलोक, भजनपुरा आदि में प्रदर्शन चल रहे हैं।
चुनाव आयोग और पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती शाहीन बाग है। यहां पिछले 40 दिनों से प्रदर्शन चल रहा है। रोड 13ए पूरी तरह बंद है। इन 20 से ज्यादा मतदान केंद्रों में 100 से ज्यादा पोलिंग बूथ हैं। यहां के ताजा हालातों के हिसाब से पोलिंग पार्टी तो दूर लोगों का वोट डालने जाना तक मुश्किल है।
बनाए जा सकते हैं अस्थाई मतदान केंद्र
अगर हालात नहीं सुधरे तो वोटिंग के लिए अस्थाई वोटिंग सेंटर बनाए जाने का प्लान है। जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने वैकल्पिक रास्तों की तलाश का काम भी शुरू कर दिया है।
बता दें कि शाहीन बाग में प्रदर्शनकारी आज से ऐम्बुलेंस, स्कूल वैन को रास्ता देने के लिए राजी हो गए हैं। सड़क ब्लॉक होने की वजह से स्कूल वैन, बस और ऐम्बुलेंस की गाड़ियां भी नहीं निकल पा रही थीं। आलम यह था कि लोग बच्चों को स्कूल मेट्रो से भेज रहे थे और परीक्षाओं की तारीख भी नजदीक आ रही थी। ऐसे में अभिभावकों को यह चिंता सता रही थी, उनके बच्चे स्कूल सही समय पर कैसे पहुंचेंगे।
अभिभावकों की इन सभी परेशानी को ध्यान में रखते हुए प्रदर्शनकारियों ने निर्णय लिया है कि एक साइड की रोड को स्कूल वैन, बस और ऐम्बुलेंस के लिए खोल दिया जाएगा। बाकि अन्य वीइकल्स के लिए सड़क अभी ब्लॉक रहेगी।