अशोकनगर
पूर्व सांसद एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा भारी बारिश से खराब हुई फसलों के निरीक्षण करने पर स्थानीय सांसद डॉक्टर के पी यादव ने निशाना साधा है| भाजपा सांसद ने सिंधिया के खेत की मेड़ पर खड़े होकर बर्बाद हुई फसलों को जायजा लेने पर तंज कसा है| केपी यादव ने कहा कि सिंधिया को पता ही नही की खेत क्या होते है फसल कैसे होती है। बता दें कि बुधवार को पूर्व सांसद सिंधिया प्रदेश के दो मंत्रियों गोविंद सिंह राजपूत एवं जिले के प्रभारी मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के साथ मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के कई गांव में खराब हुई फसल का निरीक्षण करने पहुंचे थे| यहां एक खेत में सिंधिया मेड़ पर खड़े होकर फसलों को देखते नजर आये| जिसको लेकर बीजेपी सांसद ने हमला बोला है|
लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद सिंधिया पहली बार मुंगावली विधानसभा क्षेत्र के लोगों के बीच पहुंचे| इस दौरान उन्होंने क्षेत्र में तबाह हुई फसलों का जायजा भी लिया| निरीक्षण के दौरान सिंधिया ने निटर्र गांव में एक खेत की मेड़ पर खड़े होकर खराब हो चुकी फसल का जायजा लिया। कीचड़ में लिपटने के डर से सिंधिया खेत में अंदर गये ही नही। वहीं पत्रकारों से चर्चा करते हुए बीजेपी सांसद डॉ केपी यादव का नाम लिए बगैर सिंधिया ने उन पर तंज कसा कि दुख की इस घड़ी में कौन जनता के पास आता है, और कौन नहीं आता। इससे उन्हें कोई मतलब नही है। सिंधिया ने कहा कि मेरा क्षेत्र के लोगों से पारिवारिक रिश्ता है इसलिए मैं इनके बीच आया हूं।
सिंधिया द्वारा खुद पर तंज कसने एवं खेत की मेड़ पर खड़े होकर फ़सल के निरीक्षण करने को लेकर लोकसभा चुनाव में उन्हें हराने वाले भाजपा सांसद डॉक्टर के पी यादव ने सिंधिया पर पलटवार किया है। केपी यादव ने कहा यह न तो खेत के बारे में जानते हैं, न किसानी के बारे में जानते और न ही किसानों का दर्द समझते हैं| उन्होंने कहा कि सिंधिया ने रोड पर खड़े होकर खराब फसल का निरीक्षण कर लिया है। श्री यादव ने कहा कि खेतो में खड़े हो कर तो पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान निरीक्षण करते हैं। श्री यादव ने कहा कि उन्होंने जिले की खराब हुई फसल को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ एवं कृषि मंत्री सचिन यादव को यहां के हालात से अवगत करा दिया है। सिंधिया अगर किसानों का भला चाहते तो मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री को यहां लाना चाहिए था। सांसद यादव ने खुद के दौरे को लेकर कहा कि वे पहले भी आते रहते थे, अभी भी आ रहे हैं, सिंधिया के आने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला।