रायपुर
राज्श् की दस सिंचाई परियोजनाओं के निर्माण और जीर्णोद्धार कार्य के लिए राज्य शासन ने 27 करोड़ 77 लाख 44 हजार रूपए स्वीकृत किए है। इन सिंचाई परियोजनाओं के पूरा होने के बाद 2385.77 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
रायपुर जिले के विकासखण्ड आरंग की महानदी पर ग्राम-बनचरौदा में बाढ़ नियंत्रण-तटबंध के निर्माण के लिए सात करोड़ 11 लाख 23 हजार रूपए की प्रशासकीय स्वीकृति दी गई है। विकासखण्ड अभनपुर की चंडी उद्वहन सिंचाई योजना और उसके निरीक्षण कुटीर के मरम्मत कार्य के लिए दो करोड़ 57 लाख 34 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। कार्य के पूरा होने के बाद 215.40 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। आरंग के महानदी परियोजना के वितरक शाखा नहरों के जीर्णोद्धार कार्य के लिए एक करोड़ 86 लाख 59 हजार रूपए की स्वीकृति जारी की गई है। कार्य के पूरा होने से 755.37 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिलेगी।
दंतेवाड़ा जिले के विकासखण्ड कुंआकोण्डा स्थित तुरोली व्यपवर्तन के जीर्णोद्धार कार्य के लिए एक करोड़ 60 लाख 74 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 162 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा मिल सकेगी। विकासखण्ड दंतेवाड़ा की गोदरे व्यपवर्तन योजना के जीर्णोद्धार के लिए दो करोड़ 99 लाख 69 हजार रूपए की स्वीकृति जारी की गई है। कार्य के पूरा होने के उपरांत 532 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। विकासखण्ड दंतेवाड़ा की गंजेनार तालाब के जीर्णोद्धार कार्य के लिए एक करोड़ 38 लाख 78 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। जीर्णोद्धार कार्य के बाद 283 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी।
कोंडागांव जिले के विकासखण्ड केशकाल के लिहागांव तालाब के जीर्णोद्धार कार्य के लिए दो करोड़ 39 लाख 82 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। योजना के पूरा होने से 200 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। उत्तर बस्तर कांकेर जिले के विकासखण्ड कोयलीबेड़ा के घोड़ागांव स्टापडेम निर्माण के लिए दो करोड़ 88 लाख 43 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। कार्य के पूरा होने के बाद 118 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। विकासखण्ड कोयलीबेड़ा की बड़े कापसी एनीकट निर्माण के लिए दो करोड़ 91 लाख 13 हजार रूपए की स्वीकृति दी गई है। योजना से 120 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई हो सकेगी। कोरबा जिले के विकासखण्ड कटघोरा स्थित लक्ष्मण नाला एनीकट के निर्माण के लिए दो करोड़ तीन लाख 69 हजार रूपए स्वीकृत किए गए है। इस योजना का क्रियान्वयन जल संवर्धन, निस्तारी, पेयजल एवं मेसर्स आयरन कोल बेनिफिकेशन (इंडिया) लिमिटेड बिलासपुर को औद्योगिक जल प्रदाय करने हेतु किया जाना प्रस्तावित है।