इंदौर
२०१९ का अंतिम सूर्य ग्रहण 26 दिसंबर को होगा। इस खंडग्रास सूर्य ग्रहण का पर्वकाल 2 घंटे 49 मिनट रहेगा। ग्रहण की शुरुआत सुबह 8 बजकर 9 मिनट पर होगी, जबकि ग्रहण का मोक्ष सुबह 10 बजकर 58 मिनट पर होगा। ज्योतिर्विद् के अनुसार यह ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा। इसके चलते ग्रहण का सूतक 12 घंटे पहले 25 दिसंबर को रात 8.09 बजे लगेगा, जो ग्रहण खत्म होने के बाद समाप्त होगा। 25 दिसंबर को रात 8.09 बजे मंदिरों के पट बंद हो जाएंगे। 26 दिसंबर को सुबह की आरती और पूजन ग्रहण समाप्त होने और शुद्धिकरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही होगा। सूतक के दौरान मंदिरों के गर्भगृह में प्रवेश वर्जित रहेगा। ज्योतिर्विद् विजय अड़ीचवाल ने बताया कि ग्रहण भारत के साथ एशिया के कुछ देशों के अलावा अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में भी दिखाई देगा। ग्रहण में सूतक का विशेष महत्व है।
हिंदू धर्म में सूतक लगने पर कई तरह के कार्यों को नहीं किया जाता है। इसमें भगवान को स्पर्श करना और शुभ कार्य करना निषेध है। इस दौरान गुरु मंत्र, रामायण, सुंदरकांड का पाठ कर सकते हैं। ज्योतिर्विद् देवेंद्र कुशवाह के अनुसार ग्रहण मूल नक्षत्र और धनु राशि में होगा। इस मौके पर सूर्य, बुध, गुरु, शनि, चंद्र, केतु, धनु राशि में साथ होंगे। ग्रहण मेष, वृषभ, मीन, तुला राशि वाले जातकों के लिए कष्टदायक और मकर, सिंह, कुंभ, धनु व अन्य के लिए सामान्य है।
2020 में चार चंद्र और दो सूर्य ग्रहण आएंगे
2020 में चार चंद्र और दो सूर्य ग्रहण आएंगे। चंद्र ग्रहण 10 जनवरी, 5 जून, 5 जुलाई और 30 नवंबर को होगा। पहला सूर्य ग्रहण 21 जून और दूसरा 14 दिसंबर में होगा।