रायपुर। बीएसएनएल विभाग के दफ्तर का आज नजारा ही कुछ और था, आम दिनों में तो ये सब ड्यूटी करने आते थे लेकिन आज कई चेहरे ऐसे थे जिन्हे देखकर समझा जा सकता था कि आज कार्यालयीन काम का आखिरी दिन है। बीएसएनएल में वीआरएस-2019 के तहत सैकड़ों कर्मी आज रिटायर हो गए। देश भर में 80 हजार और छत्तीसगढ़ में करीब 6 सौ कर्मचारियों का आज आखिरी दिन था। एक दूसरे से विदा लेते हुए आंखे भर आई थी और सालों साल साथ किए काम को याद कर वे काफी भावुक थे।
सभी साथ बैठकर टिफिन खाते थे, सुख दुख बांटते और विदाई की इस बेला में अफसरों से लेकर क्लर्क स्तर के कर्मी आपस में गले मिल रहे थे। विभागीय तौर पर हिसाब किताब के बाद सेवानिवृत्त होने से पैसे तो मिल जायेंगे पर वो साथ कहां मिलेगा? भले ही घाटे में चल रहे बीएसएनएल कह रहा है कि इन कर्मचारियों के न रहने से 7 हजार करोड़ बचेंगे। लेकिन इससे कितना वित्तीय संकट हल हो जायेगा। योजना के मुताबिक, 50 साल या इससे ज्यादा उम्र के कर्मचारी इसके दायरे में हैं।