नई दिल्ली
पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए जी20 देशों के बीच संयुक्त रणनीति बनाने का प्रस्ताव दिया है। इसकी पुष्टि ऑस्ट्रेलिया के पीएम स्कॉट मॉरिसन ने रविवार को की। मॉरिसन ने साथ ही कहा कि उनका देश इस पहल का हिस्सा बनना चाहेगा। उल्लेखनीय है कि पीएम मोदी ने ठीक ऐसी ही पहल को लेकर सार्क देशों के बीच प्रस्ताव रखा था जिसका भारत खुद एक महत्वपूर्ण सदस्य है। सार्क देशों ने इस प्रस्ताव को स्वीकार किया है और आज इस पर विडियो कॉन्फ्रेंसिग के जरिये चर्चा हो रही है। इस बैठक का नेतृत्व पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
मॉरिसन ने कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों को लेकर पत्रकारों से रविवार को कहा, 'मैं इस बात से भी अवगत हूं कि पीएम मोदी जी20 देशों के बीच सामंजस्य बनाने को उत्सुक दिख रहे हैं। मेरे ख्याल से यह सराहनीय प्रसास है। ऑस्ट्रेलिया निश्चित रूप से इसका समर्थन करता है और यह संदेश भेजा जा चुका है।' मॉरिसन ने कहा, 'यह एक स्वास्थ्य संकट है। लेकिन इसका अर्थव्यवस्था पर गंभीर असर पड़ा है।'
जी20 देशों में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपी संघ हैं। इनमें कोरोना का केंद्र चीन तो शामिल है ही साथ ही वे देश भी हैं जहां कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है।
कोरोना से लड़ने के वैश्विक प्रयासों के तहत पीएम मोदी ने इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन से भी बात की है। इस बातचीत के बाद नेतन्याहू ने कहा कि मैंने पीएम मोदी से बात की है, हम कई देशों की आपूर्ति पर निर्भर हैं। ऐसे में भारत ने हमें मदद का भरोसा दिया है। वहीं ब्रिटिश पीएम कार्यालय की तरफ से जारी बयान में कहा, 'प्रधानमंत्री जॉनसन ने प्रधानमंत्री मोदी से बात की। उन्होंने कोरोना वायरस के प्रसार पर चर्चा की और वायरस के प्रसार से निपटने के लिए जरूरी समन्वित अंतरराष्ट्रीय कोशिशों के महत्व पर जोर दिया।' पीएम मोदी ने कोरोना संक्रमित ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्री की सेहत में जल्द सुधार की कामना की।
दुनियाभर में कोरोना से अब तक 5000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। दुनियाभर में इससे संक्रमित लोगों का आंकड़ा 1.5 लाख को पार कर गया है। भारत में भी कोरोना के 107 मामलों की पुष्टि हुई है। भारत में मामले तेज होते ही पीएम मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए वैश्विक समन्वय पर जोर देने के प्रयास शुरू कर दिए हैं।