इस साल सर्दी कुछ ज्यादा ही सितम ढा रही है। अगर इस ठंड में आपका भी नहाने का मन नहीं कर रहा तो कोई बात नहीं क्योंकि रोज नहीं नहाने के भी कई फायदे होते हैं।
स्किन का नैचरल मॉइस्चर बना रहना
चाहे 10 मिनट में नहाएं या फिर 5 मिनट में, गरम पानी स्किन के मॉइस्चर को धो देता है। रोज ऐसा होने से नैचरल मॉइस्चर खोने लगता है, जो स्किन के लिए अच्छा नहीं है। अगर रोज नहीं नहाएंगे तो स्किन को खुद का मॉइस्चर लेवल बनाए रखने में मदद मिलेगी।
स्किन प्रॉब्लम में कमी
गरम पानी और सोप के इस्तेमाल से होने वाली स्किन के नैचरल मॉइस्चर में कमी त्वचा से जुड़ी कई समस्याओं की जड़ बन सकती है। ऐसे में दो-तीन दिन नहीं नहाना स्किन को ड्राइनेस से होने वाली समस्याओं से दूर रखेगा।
बैक्टीरिया हैं अच्छे
नहाने का सबसे बड़ा रीजन होता है बैक्टीरिया को पनपने नहीं देना, लेकिन स्किन पर बैड और गुड दोनों बैक्टीरिया होते हैं। रोज नहाने पर गुड बैक्टीरिया भी किल हो जाते हैं जो त्वचा से जुड़ी परेशानी को जन्म दे सकते हैं, इसलिए अगर आप चाहें तो रोज नहाना अवॉइड कर सकते हैं।
सर्दी और गरमी में नहाने का अंतर
सर्दी में पसीना कम आता है, साथ ही विंटर वेअर पहनने के कारण स्किन को भी कई लेयर्स का प्रटेक्शन मिलता है। यही वजह है कि अगर आप सर्दी में दो-तीन दिन न भी नहाएं तो स्किन क्लीन ही रहेगी।
टॉवल भी करता है स्किन डैमेज
टॉवल स्किन पर एक तरह से स्क्रबर का काम करता है। रोज होने वाले इस स्क्रब से स्किन ड्राइनेस की समस्या बढ़ सकती है जो रैशेज और इचिंग प्रॉब्लम की वजह बन जाएगी।
पोर्स ओपन होने का खतरा कम
गरम पानी की भांप फेस स्किन के पोर्स को ओपन कर देता है जिससे उसमें आसानी से डस्ट और प्रदूषण के कण जमा हो जाते हैं जो ऐक्ने व पिंपल्स के साथ ही कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स को जन्म दे सकते हैं। ऐसे में रोज नहीं नहाना इस समस्या को काफी हद तक कम कर सकता है।
इन हिस्सों को जरूर धोएं
आप रोज भले ही न नहाएं लेकिन प्राइवेट पार्ट, पैर और फेस जरूर धोएं। हालांकि, ध्यान रखें कि इन हिस्सों को धोने के लिए भी जेंटल सोप या बॉडी वॉश के साथ हल्का गरम पानी ही इस्तेमाल करें।