रायपुर
मुख्यमंत्री ने श्री भूपेश बघेल ने आज अपनी मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी में प्रदेशवासियों से चर्चा करते हुए कहा कि साइंस कालेज मैदान में राज्योत्सव के दौरान उमड़े विशाल जनसमूह ने सरकार के हर फैसले पर अपनी मुहर लगा दी। राज्योत्सव में छत्तीसगढि?ा कलाकारों ने अपनी प्रतिभा से यह साबित कर दिया कि उनके कार्यक्रम किसी सेलीब्रिटी के मोहताज नहीं है। हमने जनकवि डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा द्वारा रचित अरपा पैरी के धार महानदी हे अपार गीत को राज्य गीत के रूप में गौरव दिया है। यह गीत छत्तीसगढ़ महातारी की महिमा का समग्र रूप से बखान करता है।
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों से कहा कि सरकार नगरीय क्षेत्र में स्वच्छता, पेयजल, और नगरीय बसाहट जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए पूरी तरह सजग है। भू-जल स्तर का गिरना आने वाले समय के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने प्रदेश में भू-जल स्तर की बढ़ोतरी के लिए सरकार द्वारा की जा रही पहल की जानकारी देते हुए बताया कि महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना के एक घटक के रूप में नदी-नालों के पुनर्जीवन की योजना भी क्रियान्वित की जा रही है। नगरीय और औद्योगिक क्षेत्रों में जल संचयन के लिए रेनवाटर हार्वेस्टिंग को अनिवार्य कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि युवाओं की नेतृत्व क्षमता पर विश्वास करते हुए नगरीय निकायों में महापौर और अध्यक्ष के लिए आयु सीमा घटा कर 21 वर्ष की गई है। इससे प्रदेश के विकास में युवाओं की भागीदारी बढेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गरीबों को आशियाना दिलाने के लिए 'मोर जमीन मोर मकानझ् योजना अंतर्गत पिछले 11 माह में 40 हजार मकान बनकर तैयार हो गए हैं। राजीव गांधी आश्रय योजना में शहरी क्षेत्रों में भूमिहीन परिवारों को आबादी पट्टा वितरण शुरू कर दिया गया है। किफायती आवास योजना के तहत 1250 करोड़ रूपए की लागत से लगभग 29 हजार नए आवासों की मंजूरी दी गई है।
भूपेश बघेल ने कहा कि जमीन की गाईड लाइन दर में 30 प्रतिशत की कमी और छोटे भूखण्डों के क्रय-विक्रय पर रोक हटने से लगभग एक लाख सौदे हुए हैं। इससे रियल स्टेट के कारोबार में तेजी आयी है और इस क्षेत्र से जुड़े लाखों लोगों को रोजगार उपलब्ध हो रहे हैं। शहरी क्षेत्रों में पौनी पसारी से जुड़े लोगों को कारोबार के लिए बाजार उपलब्ध कराने के लिए पौनी पसारी योजना भी शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य की तरक्की और खुशहाली के लिए नागरिकों का स्वस्थ रहना भी जरूरी है। इसको ध्यान में रखकर हाट बाजारों में और शहरी स्लम बस्तियों में स्वास्थ्य जांच के लिए मोबाइल चिकित्सा युनिट भेज रहे हैं। आने वाली पीढ़ी को कुपोषण से मुक्त करना भी हमारी प्राथमिकता में है।