भोपाल
शिवराज सरकार के नाक मे दम करने वाली सपाक्स अब राज्य सरकार की मुश्किलें बढ़ाने की तैयारी में है।खबर है कि आरक्षण को लेकर एक बार फिर सपाक्स ने सड़कों पर उतरने का फैसला किया है। पांच नवंबर को सपाक्स पार्टी प्रदेश में निजी क्षेत्रों में आरक्षण का विरोध करेगी।इसके लिए कल मंगलवार को 40 संगठनों के साथ मिलकर भोपाल में बड़ी रैली निकालेगी ।यह रैली हलालपुरा बस स्टैंड से बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान तक निकाली जाएगी। वही विरोधस्वरूप सपाक्स सभा का आयोजन करेगी।
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हीरालाल त्रिवेदी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने एमएसएमई प्रोत्साहन योजना में भी आरक्षण का प्रावधान लागू कर दिया है। लघु और मध्यम उद्याेगों में रोजगार देने में अजा, अजजा और पिछड़ा वर्ग को राज्य शासन द्वारा घोषित आरक्षण के अनुसार रोजगार दिया जाना अनिवार्य किया गया है। आरक्षण का पालन नहीं करने पर उद्योगों को सब्सिडी और आरक्षित भूमि में अपनी इकाइयां स्थापित करने के लिए लाभ नहीं मिलेगा।एट्रोसिटी एक्ट और मप्र सरकार द्वारा आरक्षण दिए जाने के विरोध में 5 नवंबर को हलालपुरा बस स्टैंड से लेकर बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान तक रैली निकाली जाएगी। इसके बाद यहां सम्मेलन होगा।
वही उन्होंने कहा कि इस कारण लघु एवं मध्यम औद्योगिक इकाइयां भी एट्रोसिटी एक्ट के आतंक में हैं। पक्षपातपूर्ण नीति से मप्र का औद्योगिक विकास बुरी तरह प्रभावित होगा और सपाक्स वर्ग का नागरिक लघु एवं मध्यम औद्योगिक इकाइयां स्थापित करने की स्थिति में नहीं होगा। देश भर में एट्रोसिटी एक्ट की वजह से निर्दाेष लोगों पर मामले दर्ज हो रहे हैं। सपाक्स पार्टी एट्रोसिटी एक्ट की खिलाफत करते हुए केंद्र सरकार को घेरने की भी रणनीति बना रही है। आगामी संसद सत्र में दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करते हुए 40 संगठनों के लोग केंद्र सरकार के खिलाफ धरना देंगे।