रायपुर
राज्यपाल सुश्री अनुसुईया उइके से आज राजभवन के दरबार हाल में राज्य प्रशासनिक सेवा के परिवीक्षाधीन डिप्टी कलेक्टर्स के प्रतिनिधिंडल ने मुलाकात की। उन्होंने राज्यपाल को अपने परिचय बताया और अनुभव साझा किया। राज्यपाल ने उन्हें संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी को यह सेवा करने का एक प्लेटफार्म मिला है आप जहां भी पदस्थ रहे वहां आपके समक्ष कोई समस्या लेकर आते है तो उनकी अवश्य सुनें और समाधान करने का प्रयास करें। हमेशा निष्पक्ष रहे और सदैव अच्छा काम करे और समाज को नई दिशा दें।
राज्यपाल ने अपने पुराने दिनों का अनुभव साझा किया और कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों को 5वीं अनुसूची सहित अनुसूचित जाति-जनजाति से संबंधित कानूनों का अवश्य जानकारी रखे। यदि किसी परियोजना-विकास कार्यो के कारण जमीन अधिग्रहण की जाती है तो संबंधित गांव के लोगों से सहमति ले और उनसे बातचीत करे और उन्हें उचित मुआवजा दिलाएं। सभी पक्षों से सामंजस्य बनाकर कार्य करें और प्रयास करे की किसी भी स्थिति में समाधान का रास्ता अवश्य निकले। राज्यपाल के सचिव श्री सोनमणि बोरा ने कहा कि यह जनसेवा का माध्यम है। एक लोकसेवक को धर्माधिकारी, दंडाधिकारी और विकासोन्मुखी दायित्व का निर्वहण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक लोकसेवक को चाहिए कि समाज ने जितना दिया है उससे अधिक उसे लौटाएं तभी उसे सफल माना जाएगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा की महानिदेशक श्रीमती रेणु जी पिल्ले, छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा के संचालक श्री हिम शिखर गुप्ता व छत्तीसगढ़ प्रशासन अकादमी निमोरा की प्रशिक्षण संचालक श्रीमती सीमा सिंह, डॉ. सुनीता राय उपस्थित थे।