कवर्धा
संभागायुक्त दुर्ग संभाग श्री दिलीप वासनीकर एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक राजनांदगांव श्री रतनलाल डांगी द्वारा समीपवर्ती राज्यों से आने वाले धान के अवैध परिवहन, भण्डारण एवं स्थानीय बिचौलियों, कोचियों द्वारा धान के अवैध भण्डारण को पूरी तरह रोकने के लिए कबीरधाम जिले के रेंगाखारकला, खारा, झलमला, बेमेतरा जिले के परपोड़ी,, गाड़ाडीह और राजनांदगांव जिले के गंडई, साल्हेवारा, चेकपोस्ट एवं धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान कबीरधाम जिले के पुलिस अधीक्षक श्री लाल उमेद सिंह भी उपस्थित थे।
ज्ञात हो कि धान के अवैध परिवहन के लिए दुर्ग संभाग के जिले राजनांदगांव में 6 जांच चौकी, कवर्धा में 17 और बेमेतरा जिले में 10 जांच चौकी बनाई की गई है। संभागायुक्त दुर्ग संभाग श्री दिलीप वासनीकर एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक राजनांदगांव श्री रतनलाल डांगी ने निरीक्षण के दौरान सबसे पहले बेमेतरा जिले के विकासखंड साजा के धान खरीदी केन्द्र गाडाडीह साजा का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उपस्थित समिति प्रबंधक श्री ए. के. सोनी एवं सहायक समिति प्रबंधक श्री ज्ञानेश्वर साहू द्वारा 2605 क्विंटल धान खरीदी होना की जानकारी दी। इसी प्रकार कवर्धा जिले में स्थित रेंगाखार जंगल के धान खरीदी केन्द्र के समिति प्रबंधक श्री लोकचन्द्र राहंगडाले ने धान परिवहन के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि 593 क्विंटल धान खरीदी किया गया है। साथ ही दुर्ग जिले अन्तर्गत धमधा मंडी के निरीक्षण के दौरान 3844 क्विंटल धान खरीदी होने की जानकारी दी गई।
संभागायुक्त श्री वासनीकर द्वारा मंडियों में उपस्थित किसानों से चर्चा करते हुए उनके ऋण पुस्तिकाओं का अवलोकन भी किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने समिति में उपस्थित रजिस्टर की जांच भी की। उन्होंने समिति प्रबंधकों से कहा कि धान खरीदी के दौरान किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं होने चाहिए। साथ ही कोचिए अवैध धान न बेंच पाए इसके इलिए किसानों की ऋण पुस्तिका की बारीकी से जांच करने के निर्देश दिए।
संभागायुक्त ने समिति प्रबंधकों को नमी की माप हेतु आर्द्रतामापी यंत्र के अनिवार्य उपयोग के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में 17 प्रतिशत से अधिक नमी का धान क्रय नहीं किया जाना चाहिए। साथ खरीदी केन्द्र में धान की आवक केवल दिन एवं उजाले की अवधि में करने को कहा। किसी भी स्थिति में अंधेरे एवं रात्रि के समय खरीदी केन्द्रों में धान की आवक नहीं होनी चाहिए। श्री वासनीकर ने उपार्जन केन्द्र मेें सतत् निगरानी धान की गुणवत्ता, भण्डार, खरीदी गए धान का परिवहन सुनिश्चित करने हेतु पटवारी एवं ग्रामीण विकास विस्तार अधिकारी की समिति बनाने के निर्देश दिए। संभागायुक्त एवं पुलिस उपमहानिरीक्षक द्वारा साल्हेवारा, रेंगाखारकला चेकपोस्ट में पदस्थ दलध्कर्मचारियों को नियमित रूप से वाहनों की जांच की सख्त हिदायत दी गई।