ऑकलैंड
न्यू जीलैंड ने हाल ही में अपनी वीजा पॉलिसी में बदलाव किया है, जिसका भारतीय समुदाय के लोगों ने विरोध किया है। सरकार की नई पॉलिसी के खिलाफ भारतीय समुदाय समेत विरोधियों ने रविवार को ऑकलैंड शहर में प्रदर्शन रैली निकाली। द गार्जियन के मुताबिक, नई पॉलिसी के तहत जो भारतीय (पुरुष या महिला) न्यू जीलैंड में रह रह हैं और उनका अरेंज मैरेज हुआ है, उनके लिए पति/पत्नी को ले जाना मुश्किल हो जाएगा।
नियम में क्या हुआ बदलाव?
न्यू जीलैंड में पार्टनरशिप वीजा के लिए यह जरूरी नहीं है कि एक कपल शादीशुदा हो। अगर एक कपल साथ में 12 महीने गुजारा है तो वह पार्टनरशिप वीजा के लिए आवेदन कर सकता है। पहले के नियम में इस प्रावधान से दूसरे कल्चर वाले नागरिकों को छूट थी। अब इस प्रावधान को सभी के लिए लागू कर दिया गया है।
नए प्रावधान में दिक्कत क्या है?
अपने देश की परंपरा के मुताबिक, ज्यादातर लोगों की शादी अरेंज होती है और कपल शादी से पहले एकसाथ नहीं रहते हैं। ऐसे कपल अगर न्यू जीलैंड जाना चाहते हैं तो 12 महीने साथ रहने वाले प्रावधान के कारण अब वीजा मिलने में दिक्कत हो रही है। शादी से पहले साथ नहीं रहना भारत जैसे देशों का कल्चर है, इसलिए पुराने नियम में हर किसी पर यह प्रावधान नहीं लागू होता था।
न्यू जीलैंड छोड़ सकते हैं भारतीय- स्थानीय सांसद
न्यू जीलैंड में रह रहे भारतीय समुदाय के लोग नई पॉलिसी का विरोध कर रहे हैं और उनका कहना है कि यह उनके खिलाफ भेदभाव है। यह चिंगारी आग की तरह तब फैल गई जब वहां के एक सांसद ने बयान दिया कि अगर नई पॉलिसी से भारतीयों को ऐतराज है तो वे देश छोड़कर जा सकते हैं। वहां रह रहे भारतीयों का कहना है कि न्यू जीलैंड सरकार चाहती है कि हम अपने कल्चर को पीछे छोड़ दें और शादी से पहले एक साथ और एक घर में शादी शुदा जिंदगी गुजारें।